Saturday, July 27, 2024
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‘सड़क छाप’ ठेकेदारों की नाक में कौन डाले नकेल ?

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  • पीडब्ल्यूडी से लेकर नगर निगम और जिला पंचायत के ‘हम्मान में सभी नंगे’

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर से लेकर देहात और स्टेट हाइवे से लेकर नेशनल हाइवे, सभी पर वाहनों की रेलमपेल है। इन पर दो पहिया वाहनों से लेकर चौपहिया वाहन व बड़े बड़े ट्रक, बसें व ट्रॉले दौड़ रहे हैं। बड़े वाहनों के दबाव के चलते हाइवे हांफ रहे हैं। सड़के अपनी मियाद पूरी करने से पहले ही उखड़ रही हैं। इन सब के बावजूद सड़क बनाने वाले ठेकेदार बेफिक्र हैं। हाकिम भी चुप हैं। आखिर माजरा क्या है? पड़ताल के तौर पर हमने जनपद की किठौर विधानसभा सीट के अन्तर्गत आने वाली छोटा हसनपुर-किनानगर की हाल ही में बनी सड़क को लिया।

ग्रामीणों के अनुसार सड़क बनने के आठ दस दिन बाद ही उखड़ गई। यह देख ग्रामीण बिफर पड़े। उन्होंने अपने विधायक शाहिद मंजूर को फोन खड़खड़ाया तो वह भी तुरन्त छोटा हसनपुर-किनानगर वाली सड़क का हाल जानने खुद वहां पहुंच गए। यहां आकर विधायक जमीन पर बैठ गए और हाथों से सड़क खोद डाली। लोग यह देख दंग रह गए कि जो सड़क 10 दिनों में दो बार बनाई जा चुकी है उस सड़क का यह हाल है। विधायक बिफर पड़े। अब तलाश हुई उस विभाग की जिसने यह सड़क बनाई। पहले तो अंगुली सीधे पीडब्ल्यूडी पर उठी।

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अमूमन शहर से बाहर के मार्गों के निर्माण का जिम्मा पीडब्ल्यूडी पर भी होता है। बात पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर (मेरठ क्षेत्र) एसपी सिंह तक जा पहुंची। चीफ साहब मेरठ में नए हैं तो उन्होंने भी फौरन अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह से जवाब तलब कर लिया। यहां गनीमत यह रही कि सड़क पीडब्ल्यूडी की न होकर जिला पंचायत की निकली। इस पर पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता ने बाकायदा लिखकर चीफ साहब को दिया कि जनाब सड़क हमारी नहीं है। तब कहीं जाकर चीफ साहब ‘ठंडे’ पड़े।

एक्सईएन ने भी चैन की सांस ली। कहने का मकसद यह है कि यह तो एक सड़क का मामला है। इस प्रकार की जिले में नगर निगम से लेकर जिला पंचायत और पीडब्ल्यूडी की न जाने और कितनी ही सड़के हैं जो ‘ठेकेदारों के पैरों तले रौंदी जा रही हैं’। बावजूद इसके हाकिम बोलने को तैयार नहीं हैं जबकि देख सब रहे हैं। यहां सवाल उठता है कि इन ठेकेदारों की मनमानी रुके तो रुके कैसे? इनकी नाक में नकेल डाले तो डाले कौन? भ्रष्टाचार रूपी इन सड़कों को मानक के अनुसार बनाने के लिए संबधित विभाग के हाकिमों को इलाज करना ही होगा तब कहीं जाकर ‘ऊंट पहाड़ के नीचे आएगा’।

विधानसभा में उठाऊंगा मामला: शाहिद मंजूर

इस मुद्दे पर सरकार को सख्त होना होगा। विकास का काम अच्छा काम है, लेकिन चूंकि मैं इस क्षेत्र का विधायक हूं तो विकास का कोई भी काम मेरे संज्ञान में भी होना चाहिए।

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क्योंकि मैं ही जनता के प्रति जवाबदेह हूं। शाहिद मंजूर कहते हैं कि भ्रष्ट ठेकेदारों और कागज जैसी कमजोर सड़कें बनाने का मुद्दा मैं विधान सभा में जरुर उठाऊंगा।

सड़क हमारी नहीं जिला पंचायत की है: पीडब्ल्यूडी चीफ

लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मुख्य अभियंता (मेरठ क्षेत्र) एसपी सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर मैंने तुरन्त संबंधित एक्सईएन से जानकारी मांगी

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तब एक्सईएन ने लिखकर दिया कि छोटा हसनपुर-किनानगर की उक्त सड़क लोक निर्माण विभाग की नहीं है। उन्होंने कहा कि पता चला है कि उक्त सड़क जिला पंचायत की है।

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