नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में पीपल के वृक्ष को अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना गया है। विशेष रूप से शनिवार के दिन इसकी पूजा करने का विशेष महत्व है। धर्मग्रंथों, पुराणों और शास्त्रों में उल्लेख है कि पीपल वृक्ष में स्वयं त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। यह भी मान्यता है कि शनिदेव का भी पीपल वृक्ष से विशेष संबंध होता है और वे इसमें प्रतिष्ठित रहते हैं। अतः शनिवार को पीपल की पूजा करने से सभी ग्रहदोष विशेषकर शनि दोष का शमन होता है।
पौराणिक मान्यताएं
पद्म पुराण, स्कंद पुराण और ब्रह्मवैवर्त पुराण जैसे ग्रंथों में पीपल की महिमा का वर्णन मिलता है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु इस वृक्ष में प्रतिदिन प्रातःकाल वास करते हैं। श्रीकृष्ण ने भी गीता में स्वयं को वृक्षों में पीपल कहा है “अश्वत्थ: सर्ववृक्षाणाम्”। वहीं एक कथा के अनुसार जब शनिदेव ने तपस्या की, तब उन्होंने पीपल वृक्ष की छाया में वर्षों ध्यान लगाया। इससे प्रसन्न होकर त्रिदेव ने उन्हें यह वरदान दिया कि जो व्यक्ति शनिवार को पीपल की पूजा करेगा, उसकी शनि से संबंधित बाधाएं दूर होंगी।
शनिवार को क्यो होती है पूजा
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है, और पीपल को शनिदेव का प्रिय वृक्ष माना जाता है। इसलिए इस दिन पीपल की पूजा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। विशेष रूप से जो लोग साढ़ेसाती, ढैया या शनि की महादशा से पीड़ित होते हैं, उनके लिए यह पूजा अत्यंत फलदायक मानी जाती है।
पूजा विधि
शनिवार को प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण कर पीपल के वृक्ष के नीचे जाएं। वहां जल, दूध, गंगाजल, काले तिल और पुष्प चढ़ाएं। सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सात परिक्रमा करें। शनिदेव का ध्यान कर “ॐ शनैश्चराय नमः” अथवा “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें। इस दिन पीपल को न काटें और न ही किसी प्रकार की हानि पहुंचाएं।
पीपल पूजन के लाभ
शनि दोष से मुक्ति: शनिवार को पीपल की पूजा करने से शनि की कुदृष्टि शांत होती है और शनि दोष के कारण आने वाली परेशानियां कम होती हैं।
पुण्य की प्राप्ति: धार्मिक दृष्टिकोण से पीपल की पूजा करने से कई जन्मों के पाप नष्ट होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
स्वास्थ्य और समृद्धि: पीपल के नीचे ध्यान या मंत्रजप करने से मानसिक शांति मिलती है और रोग-निवारण में भी मदद मिलती है।
पितृ दोष से मुक्ति: मान्यता है कि पीपल की पूजा करने से पितृ दोष भी शांत होता है।
संतान सुख की प्राप्ति: जो महिलाएं संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं, उनके लिए भी पीपल की पूजा विशेष फलदायक मानी गई है।