जनवाणी संवाददाता |
बहसूमा: क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद है इसकी एक बानगी शुक्रवार को देखने को मिली। लकड़ी माफियाओं नें बिना परमिशन के क्षेत्र के गांव रहमापुर के जंगल में आम के हरे-भरे पेड़ पुलिस एवं वन विभाग के नाक के नीचे काट लिए। लकड़ी माफियाओं ने विभाग से परमिशन भी नहीं ले रखी थी।
थाना क्षेत्र के गांव रहमापुर के जंगल में लकड़ी माफियाओं द्वारा हरे भरे पेड़ काट लिए गए। वन विभाग एवं पुलिस को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस एवं वन विभाग मूकदर्शक बनी रही। जिसके चलते लकड़ी माफिया के हौसले बुलंद है।
वह आसानी से क्षेत्र में हरे-भरे आम व शीशम के पेड़ काटकर चले जाते हैं, लेकिन पुलिस एवं वन विभाग कार्रवाई के नाम पर एक जुमार्ने की पर्सनल रसीद काट कर चले जाते है। जिससे कोई भी शिकायत करता है तो उनका टका सा जवाब मिलता है कि वन विभाग द्वारा जुर्मार्न की रसीद कटवा ली गई है।
जिससे लकड़ी माफिया आसानी से बेशकीमती लकड़ी को काटकर चले जाते हैं। शुक्रवार को क्षेत्र के गांव रहमापुर के जंगल में बहसुमा निवासी एक लकड़ी माफिया द्वारा आम के बेशकीमती फलदार छह हरे भरे पेड़ काट लिए गए। आम नागरिको द्वारा शिकायत करने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जानकारी की तथा मौके से जुमार्ने की इतिश्री कर लौट गई जिससे साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं वन विभाग के कुछ कर्मचारी भी इसमे मिले हुए है।
उनकी बिना सहमती के लकड़ी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद नहीं हो सकते। इस संबंध में वन विभाग के वन दरोगा विनोद कुमार का कहना है कि क्षेत्र के गांव रहमापुर में लकड़ी माफियाओं द्वारा काम के पेड़ काटने की सूचना मिली थी। जिस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
मौके पर लकड़ी कटी हुई मिली है। जिस पर तीन ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उधर, थाना प्रभारी शिवदत्त सिंह का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है यदि आता है तो जल्दी कार्रवाई की जाएगी।