- सरकार अपने फैसले को जब तक वापस नहीं लेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा: कृष्ण कुमार
जनवाणी ब्यूरो |
धामपुर: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने विद्युत के निजीकरण करने को सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का विरोध करते हुए विद्युत मंडल धामपुर कार्यालय परिसर में धरना दिया। धरने पर बैठे समिति पदाधिकारियों ने कहा कि संघर्ष समिति निजीकरण का विरोध करती है और विद्युत का निजीकरण नहीं होने देंगे। धरने को भाकियू के ब्लॉकाध्यक्ष दुष्यंत राणा ने भी अपने साथियों के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया।
मंगलवार की सुबह को धामपुर डिविजन में कार्यरत सभी विद्युत कर्मियों ने अपनी मांगोोंं के समर्थन में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले खंडीय कार्यालय परिसर धरने पर बैठ गए। मजदूर संगठन के जोनल महामंत्री कृष्णकुमार ने कहा कि आज विद्युत कर्मियों की जो दूरदशा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा है, उसके विरोध में प्रदेश के सभी कर्मी कार्य बहिष्कार पर हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्हेंने कहा कि यूपी की सरकार विद्युत विभाग को प्राईवेट ठेकेदारों के हाथ में सौंपने को तैयार हैं।
जिला बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर व संभल के सभी विद्युत कर्मचारी इसका विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मचारी 24 घंटे काम करते हैं। जून-जुलाई माह की प्रचंड गर्मी में तेज धूप के बीच विद्युत कर्मी लोहे के पोल पर चढ़कर अपनी डूय्टी को अंजाम देता है।
उन्होंने कहा कि विद्युत मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों का पूरजोर विरोध करता है। धरना प्रदर्शन में अधिशासी अभियंता विरेंद्र कुमार, उपखंड अधिकारी प्रदीप कुमार, विद्युत मजदूर संगठन के जोनल महामंत्री कृष्णकुमार, जोनल प्रभारी हरि सिंह, विकास कुमार, रिहान अहमद, नीतू सिंह, बालकराम, विकास कुमार, सत्यवीर सिंह, बृजेश कुमार, तरुण कुमार, हर्ष शर्मा, भूरे सिंह, पूनम, विरेंद्र सिंह, अरविंद कुमार व योगेश कुमार आदि ने संबोधित किया।