नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला कोलकाता पुस्तक मेला के बाद दूसरा सबसे पुराना मेला है जो पिछले 50 वर्षों से दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जाता है। इसके साथ ही इस बार का पुस्तक मेला 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक आयोजित किया जाएगा। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों में पुस्तकों के प्रति रुचि पैदा करना है। ऐसे में पुस्तक मेलों के कई लाभ हैं। विश्व पुस्तक मेला से जहां पाठकों और पुस्तक प्रेमियों को एक ही स्थान पर कई मुद्दों और विभिन्न विषयों की सैकड़ों हजारों पुस्तकें मिल जाती हैं।
तीन साल बाद विश्व पुस्तक मेला प्रगति मैदान में आयोजित होने जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव थीम पर आयोजित यह मेला 25 फरवरी से 5 मार्च तक प्रगति मैदान में आयोजित होगा। 50 वर्ष पूरे करने जा रहे इस मेले में इस बार फ्रांस अतिथि देश होगा। नैशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) की ओर से आयोजित इस मेला में साहित्यिक मंडपों के साथ बच्चों के लिए भी एक विशेष मंच की व्यवस्था की गई है।
मेला के सह आयोजक आईटीपीओ के अधिकारी ने बताया कि मेले के लिए नए हॉल 2 से 5 और चौथे हॉल का फर्स्ट फ्लोर बुक किया गया है। इसके अलावा, खुले क्षेत्र का भी मेला के कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। एनबीटी के प्रवक्ता ने बताया कि मेले की थीम पर अनेक साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। थीम मंडप को राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) अहमदाबाद डिजाइन करेगा। यह मेला पुस्तकों, सह प्रकाशन व्यवस्था और व्यापार को बढ़ावा देने का भी आदर्श स्थान माना जाता है। कोरोना के कारण 2021 में मेला को वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया था। उसमें एनबीटी को भारी सफलता मिली थी। इस साल फ्रांस को मेले का अतिथि बनाए जाने के साथ ही इंटरनैशनल कॉर्नर में अनेक साहित्यिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
बाल साहित्य पर रहेगा जोर
बाल साहित्य और पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम होंगे। उनमें स्किट्स, नुक्कड़ नाटक, कथा वाचन सत्र, वर्कशॉप और पैनल चचार्एं आदि शामिल हैं। इसमें विभिन्न स्कूलों के स्टूडेंट्स, टीचर, प्रकाशक, चित्रकार, विशेषज्ञ और बच्चों के विषय से जुड़े लोग भाग लेंगे। पुस्तकप्रेमियों के लिए गीत और नाटक प्रभाग, साहित्य कल परिषद् आदि के कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जााएंगे। आॅथर्स कॉर्नर में लेखक मंच और साहित्य मंच के साथ संवाद, पैनल चचार्एं, घरेलू प्रकाशक और पुस्तक विमोचन आदि कार्यक्रम भी होंगे। मेला में व्यवसायिक अवसरों को भी केंद्र में रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय गतिविधि मंच, सीआईओ स्पीक (प्रकाशन के लिए फोरम) आदि कुछ ऐसे बी2बी इवेंट हैं। इसके तहत भारतीय और अंतरराष्ट्रीय पुस्तक व्यापार के बारे में विचारों को साझा करने के लिए किया जाएगा।
बढ़ रहा है भागीदारों का आंकड़ा
विश्व पुस्तक मेला आयोजित होने से दुनिया के तमाम पब्लिशिंग हाउस और बुद्धिजीवी वर्ग के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्र का द्वार खुल जाता है, जिसकी वजह से यह मेला वैश्विक स्तर का हो जाता है। 2016 में संपन्न हुए विश्व पुस्तक मेले में विशेष अतिथि के रूप में चीन को आमंत्रित किया गया था। जिसकी थीम ‘विविधता’ थी े वही वर्ष 2017 में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेले में थीम ‘औरतों पर औरतों द्वारा लेखन’ था, वहीं 2018 में थीम ‘वातावरण और जलवायु परिवर्तन’ रही थी।1972 में शुरू हुए इस मेले मे 200 प्रतिभागी शामिल हुए थे, जो आज की तारीख में बढ़कर 886 प्रतिभागियों तक पहुंच गई है। उम्मीद यही है कि इसी तरह यह आंड़ा हर वर्ष बढ़ता रहेगा।
प्रकाशकों, लेखकों और पाठकों का मंच
राष्ट्रीय पुस्तक ट्रस्ट के अलावा इस मेले को आयोजित करने में भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन भी सह-संयोजक के रूप में सम्मिलित रहता है। पिछलें समय की तुलना से आज के दौर में भारतीय प्रकाशन अब प्रगतिशील हो चुका है। विश्व पुस्तक मेले में शामिल होने वालें प्रतिभागियों या नवोदित लेखकों के लिए लेखन या प्रकाशन के क्षेत्र में व्यवसायिक रूप से यहा आना एक अच्छा अवसर साबित होता है। साथ ही कुछ लेखक या कवि और कवित्रियों के लिए टाइटल्स या खिताब देने के लिए भी यह उचित स्थान होता है। प्रकाशक एवं सहप्रकाशक के रूप में स्थापित करने के लिए पुस्तक मेला अच्छा मंच बनता है।
भारत का सबसे पुराना पुस्तक मेला
नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला कोलकाता पुस्तक मेला के बाद दूसरा सबसे पुराना मेला है जो पिछले 50 वर्षों से दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जाता है। इसके साथ ही इस बार का पुस्तक मेला 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक आयोजित किया जाएगा।
पुस्तक मेले का उद्देश्य
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों में पुस्तकों के प्रति रुचि पैदा करना है। ऐसे में पुस्तक मेलों के कई लाभ हैं। विश्व पुस्तक मेला से जहां पाठकों और पुस्तक प्रेमियों को एक ही स्थान पर कई मुद्दों और विभिन्न विषयों की सैकड़ों हजारों पुस्तकें मिल जाती हैं। वहीं, प्रकाशकों और पब्लिशर्स को भी अपनी पुस्तकें प्रस्तुत करने के लिए एक उचित मंच मिलता है। इसके अलावा, उद्योग और व्यापार को भी बढ़ावा मिलता है।