जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर हरदिन नए खुलासे तो हो ही रहे हैं मगर, कुछ संलिप्त आरोपियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई भी योगी सरकार लगातार कर रही है। इसी क्रम में आज एक और कार्रवाई की बात सामने आई है। जिसके तहत बरेली जिला कारागार में बंद माफिया अतीक का भाई अशरफ से सांठगांठ कर मुलाकात कराने वाले केस में जेल के अधिकारियों पर योगी सरकार का चाबुक चला है।
बता दें कि आज सोमवार को डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट आने के डीजी जेल ने जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह और पांच बंदी रक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस केस में पीलीभीत जेल के सिपाही समेत दो की गिरफ्तारी भी हुई है। पीलीभीत का सिपाही एक महीने पहले तक बरेली जेल में तैनात रहा। इस कार्रवाई से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ मुख्य आरोपी है। अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है। अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में है। प्रयागराज पुलिस ने एनकाउंटर और गिरफ्तारियों के बाद ही खुलासा कर दिया था कि उमेश पाल की हत्या की योजना साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ ने बनाई थी। जांच में सामने आया है कि शूटरों ने 10 और 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात की थी। जेल में अशरफ से गुर्गों की अवैध तरीके से मुलाकात कराई जाती थी।
छह आरेपी हो चुके हैं गिरफ्तार
सात मार्च को बरेली जिला जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और जेल में सब्जी की सप्लाई करने वाले नन्हे उर्फ दयाराम को एसओजी और सर्विलांस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेल में अशरफ से मुलाकात करने वाले दो गुर्गों की गिरफ्तारी हुई। सोमवार को एक और सिपाही मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा आरोपी बरेली का निवासी है। यह अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी का साथी है।
इन आरोपियों पर इनाम घोषित करने की तैयारी
एसआईटी को जेल मुख्यालय से बरेली जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज मिली। एसआईटी ने फुटेज कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की। आरोप है कि पकड़े गए दोनों सिपाही जेल में अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात बिना पर्ची के कराते थे। उधर, अशरफ के साले सद्दाम और गुर्गे लल्ला गद्दी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। दोनों पर इनाम घोषित करने की तैयारी है।