नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है।तेजी से दौड़ती-भागती इस जिंदगी में सेहत का ख्याल रखना हमारे लिए बहुत आवश्यक है। आजकल के खराब लाइफस्टाइल की वजह से शरीर में दर्द की समस्या बढ़ती जा रही है। इनमें से एक है गर्दन में होने वाले दर्द की समस्या। गर्दन में दर्द के कई कारण हो सकते हैं ,जैसे गलत मुद्रा में बैठना या खड़ा होना। कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करते समय लंबे समय तक गर्दन झुकाकर बैठना। इसके अलावा तनाव और चिंता भी गर्दन दर्द के कारण है। इसके लिए हम आपको कुछ ऐसे योगासन बताने जा रहे हैं जो आपको इस दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करेंगे।
भुजंगासन
यह आसन गर्दन, कंधों और रीढ़ की हड्डी को खींचता है और उनमें तनाव को कम करता है।
इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर कोहनियों को कमर से सटा के रखें और हथेलियां ऊपर की ओर उठाएं। अब धीरे धीरे सांस भरते हुए छाती को ऊपर की ओर उठाएं। पेट वाले हिस्से को धीरे धीरे ऊपर उठाते हुए 30-60 सेकेंड इसी स्थिति में रहें।
बालासन
यह आसन गर्दन और कंधों को आराम देता है और मानसिक तनाव को भी कम करता है।
मैट पर घुटनों के बल बैठकर शरीर का सारा भार एड़ियों पर डालें। अब गहरी सांस लेते हुए आगे की ओर झुकें। सीना जांघों से छूने का प्रयास करें। माथे से फर्श को छूने की कोशिश करते हुए कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहें। यह प्रक्रिया 3-5 बार दोहराएं।
मार्जरी आसन
यह आसन गर्दन और रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाता है और मांसपेशियों के तनाव को कम करता है।
मार्जरी आसन करने के लिए घुटनों के बल बैठकर पीठ को झुकाएं और हथेलियां जमीन पर रखें। पीठ ऊपर की तरफ उठी होनी चाहिए और सिर नीचे झुका हुआ हो।