Tuesday, June 24, 2025
- Advertisement -

डिमांड पूरी न होने पर युवक को दी थर्ड डिग्री

  • जिन्होंने उठवाया, उन्होंने ही सट्टे में चालान करा ली जमानत
  • पीड़ित की एसएसपी से गुहार, मुखबिर चला रहे थाना लिसाड़ीगेट
  • मुखबिरों ने पांच लाख की डिमांड की थी गोला कुआं के पतंग कारोबारी से

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर के थाना लिसाड़ीगेट बजाय पुलिस के मुखबिर चला रहे हैं। यह संगीन आरोप उस पीड़ित कारोबारी का है, जिससे मुखबिरों ने पांच लाख की डिमांड की थी। डिमांड पूरी न होने पर कारोबारी को थाने में थर्ड डिग्री दी गयी। थर्ड डिग्री के बाद जब पुलिस को रकम पहुंचा दी गयी तो बाद में सट्टे में कारोबारी का चालान कर दिया और लगे हाथों थाने से ही रिहा भी कर दिया।

हैरानी तो यह है कि जो मुखबिर पांच लाख की डिमांड लेकर पहुंचे थे, उन्हीं से जमानत भी भरवाई गई। इस मामले में पुलिस की बड़ी चूक का खुलासा भी पीड़ित ने किया है। पीड़ित ने खुलासा किया कि सट्टे में काटे गए चालान पर दारोगा के फर्जी हस्ताक्षर सिपाही ने किए हैं। पीड़ित ने पूरे मामले से एसएसपी को अवगत कराया है और इंसाफ की गुहार लगायी।

ये है पूरा मामला

लिसाड़ीगेट थाना के गोला कुआं सूत मार्केट निवासी रज्जू घर के नीचे ही पतंग मांझे का काम करता है। बकौल रज्जू बीते नौ नवंबर को जब वह गोला कुआं के शान ए करीब होटल के सामने से होकर गुजर रहा था, उसी दौरान बाइक सवार दो सिपाहियों ने उसको रोक लिए और बाइक पर बैठा कर सीधे थाना लिसाड़ीगेट पहुंच गए। थाने के ऊपर वाले हिस्से में बने रिहायशी कमरे में लाकर उसे बैठा दिया।

रज्जू ने बताया कि पुलिस वालों ने आते ही उससे मुखबिर वसीम अन्ना व भूरा चुन्नू के द्वारा मंगवाए गए पांच लाख की रकम के बारे में पूछा। जब उसने इंकार किया तो उसको वहीं कमरे में फर्श पर लेटाकर थर्ड डिग्री दी गयीं। पट्टे से उसकी जमकर पिटाई की गयी। थोड़ी देर बाद रुककर फिर उससे मांगी गयी रकम के बारे में बात की गयी, जब उसने दोबारा भी इंकार कर दिया तो दोबारा पिटाई शुरू कर दी गयी।

15 14

इस बीच जिनका नाम पुलिस वाले ले रहे थे, वो दोनों मुखबिर भी वहां पहुंच गए। बातचीत हुई तय हुआ कि पांच लाख की रकम दी जाए। बकौल रज्जू रात को ही दोनों मुखबिर उसके घर रकम लेने पहुंच गए, लेकिन कारोबारी की पत्नी शबनम ने पैसा न होने की बात कहकर उन्हें वापस लौटा दिया।

बाद में रकम का इंतजाम करने के लिए इमलियान निवासी दामाद को बुलाया गया। उन्होंने लेट नाइट रकम दी। उसके बाद तय हुआ कि थाने से छोड़ दिया जाए, लेकिन पुलिस वालों ने खुद के फंसने के डर से सट्टे में चालान कर दिया। चालान करने के बाद दोनों मुखबिरों वसीम अन्ना व भूरा चुन्नू से ही जमानत भरवा दी।

कोई सुधरे भी तो सुधरे कैसे?

पुरानी कहावत है कि कोई यदि सुधरना चाहे तो पुलिस नहीं सुधरने देती। पतंग कारोबारी रज्जू के परिवार वालों का कहना है कि ऐसा ही कुछ उनके साथ हो रहा है। दरअसल रज्जू पहले किसी सट्टा कराने वाले के यहां पर्ची लिखने का काम करता था,

लेकिन पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी के कार्यकाल में तमाम माफियाओं के खिलाफ पुलिस के अभियान के बाद उसने अपराध की दुनिया से खुद को दूर कर शरीफों वाली जिंदगी जीने की ठान ली और गोला कुआं पर पतंग की दुकान खोलकर परिवार पालने लगा, लेकिन उसकी शराफत उसके लिए अजाव बन गयी, इसलिए कहना पड़ा कि कोई सुधरना चाहे तो भला सुधरे भी कैसे।

थाने में बेखौफ अपराधी

बकौल रज्जू लिसाड़ीगेट थाने में इलाके के जितने भी अपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं, उनका वर्चस्व कायम है। वहां का माहौल बिलकुल फिल्मी थानों सरीखा नजर आया जहां पुलिस से अपराधी डरते नहीं हैं। बल्कि पुलिस का अपराधियों के साथ दोस्ताना रवैया दिखाई दिया। पुलिस कार्यालय पहुंचे पीड़ित कारोबारी ने थाना लिसाड़ीगेट के माहौल को लेकर और भी कई चौंकाने वाले खुलासे किए।

इंस्पेक्टर ने बताया पुराना सट्टेबाज

वहीं दूसरी ओर रज्जू के लगाए गए आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए इंस्पेक्टर लिसाड़ीगेट जितेन्द्र सिंह का कहना है कि उक्त शख्स बड़ा सट्टेबाज है। उसका पूरा गिरोह है। गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है।

ब्लॉक प्रमुख सहित 17 के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत

हस्तिनापुर: थाना क्षेत्र के गांव रानी नंगला निवासी जयवीर ब्लॉक प्रमुख नितिन पोसवाल के साथ कई अन्य लोगों से जान का खतरा बताते हुए थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया। पीड़ित ने दीपावली के त्योहार के दौरान ब्लॉक प्रमुख और उसके साथियों पर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। रानी नंगला निवासी जयवीर सिंह पुत्र तेग सिंह ने ब्लॉक प्रमुख नितिन पोसवाल और उसके साथियों पर आरोप लगाया की दीपावली के दौरान परिजनों के साथ घर के गेट पर दीये जला रहे थे। इस दौरान ब्लाक प्रमुख ने साथियों के साथ आकर पीड़ित पर पटाखे जलाकर गिराने लगे।

पीड़ित के विरोध करने पर ब्लॉक प्रमुख और उसके साथियों ने बच्चों और परिवार वालों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। पीड़ित ने ब्लॉक प्रमुख नितिन पुत्र जितेंद्र, प्रशांत पुत्र सतेंद्र, उज्जवल पुत्र सतेंद्र, मुकुल पुत्र देवेंद्र, निखिल पुत्र वेदपाल जोनी, पुत्र वेदपाल प्रभात पुत्र ऋषिपाल व 8-10 अज्ञात लोग को नामजद करते हुए थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि ब्लॉक प्रमुख और उसके साथियों ने विरोध करने पर घर में घुसकर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Saharanpur News: वाणिज्य के लिए लिए भी शुरू हो वार्षिक फास्टटैग योजना: पोपली

जनवाणी संवाददाता |सहारनपुर: सहारनपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महासचिव...

Sitaare Zameen Par: सितारे ज़मीन पर’ ने जीता महेश बाबू का दिल, बोले– हंसाएगी भी और रुलाएगी भी

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img