- हत्या की वारदात से गांव में फैली दहशत
- पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा
जनवाणी संवाददाता |
रोहटा: शुक्रवार अल सुबह मिर्जापुर-दमगढ़ी गांव में घर में सोते समय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना को लेकर गांव में भारी दहशत फैल गई। मौके पर पहुंचे एसपी देहात और सीओ ने मामले की जांच पड़ताल कर टीम गठित करते हुए खुलासे के लिए निर्देश दिए हैं। फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर हत्याकांड के खुलासे को सुबूत जुटाए। हत्या के कारणों को लेकर फिलहाल पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
थाना क्षेत्र के मिर्जापुर-दमगढ़ी गांव निवासी नंदकिशोर उर्फ पप्पू शर्मा के दो बेटे हैं। जिनमें से बड़ा बेटा धीरज नोएडा में इलेक्ट्रीशियन है और किसी कंपनी में काम करता है। जबकि छोटा अविवाहित बेटा प्रवेश (21) व बेटी रेनू, दादी जगवती के साथ नंदकिशोर गांव में ही रहते हैं। नंदकिशोर की पत्नी की सीमा की कोरोना से मौत हो चुकी है। घटनाक्रम के मुताबिक गुरुवार रात परिजन आंगन में सोए हुए थे। मुख्य द्वार पर दरवाजा नहीं लगा हुआ है। छत में जाल की जगह खुली है जिस पर अभी जाल भी नहीं लगाया गया है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार अल सुबह लगभग साढ़े तीन बजे गोली चलने की आवाज सुनाई दी।
पिता नंदकिशोर, दादी जगवती और बहन रेनू जाग गए और घर से बाहर निकाल कर देखा तो कोई नहीं दिखाई दिया। शोर सुनकर पास पड़ोस के लोग भी जाग गए, लेकिन इसके बाद भी प्रवेश नहीं उठ पाया तो पिता नंदकिशोर ने बेटे प्रवेश को आवाज लगाई, लेकिन वह नहीं उठा। इसके बाद पिता ने चादर उठाकर देखा तो प्रवेश खून से लथपथ हालत में मौके पर पड़ा हुआ था। इसे लेकर पिता ने शोर मचाया। सूचना पर सीओ राकेश मिश्रा व थानाध्यक्ष देवेंद्र गौतम आदि पहुंच गए। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवा दिया गया है।
उधार दिये रुपये को लेकर था विवाद
परिजनों ने बताया कि उन्होंने गांव के पुश्तैनी मकान को आठ लाख रुपये में हाल ही में बेचा था। जिनमें से प्रवेश ने दो लाख रुपये किसी को उधार दे रखे थे। इसको लेकर उसका दो दिन पहले विवाद होना भी बताया गया है। पुलिस इस बिंदू पर भी काम कर रही है कि कहीं लेन-देन को लेकर तो हत्या नहीं हुई। प्रवेश के पिता के नाम पर छह बीघा जमीन है तथा मकान बेचने के पैसे भी प्रवेश ने किसी को उधार दे रखे थे। इसको लेकर आए दिन परिवार में झगड़ा फसाद होता था।
सीसीटीवी फुटेज में नहीं मिला क्लू
प्रवेश हत्याकांड में पुलिस तमाम बिंदू पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है, लेकिन सीसीटीवी कैमरे में कुछ नहीं दिखाई दिया। परिवार वालों से बातचीत करने के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि हत्या करने में कोई नजदीकी शामिल है। पुलिस का मानना है कि प्रवेश की हत्या में किसी नजदीकी का हाथ है। इस बिंदू पर एसपी देहात ने बताया कि गहनता से जांच की जा रही है।
नाबालिग भतीजे ने की थी चाचा विनीत की हत्या
रोहटा: पुलिस ने रसूलपुर मढ़ी के विनीत हत्याकांड का तीसरे दिन ही सनसनीखेज खुलासा कर दिया। विनीत की उसके ही सगे भतीजे ने मां के अवैध संबंधों का विरोध करने पर गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने नाबालिग भतीजे को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया है।
क्या था मामला
तीन दिन पहले बुधवार सुबह रसूलपुर मढ़ी निवासी विनीत पुत्र स्व. रामपाल की घर से बुलाकर गांव के जंगल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मौके पर ही युवक की स्कूटी और मोबाइल पड़ा हुआ मिला था। फोरेंसिक टीम ने हत्याकांड के खुलासे के लिए सुबूत जुटाए। एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए चार टीम में गठित की गई थी। जिनके नेतृत्व में थानाध्यक्ष देवेंद्र गौतम ने हत्याकांड का महज तीन दिन बाद ही सनसनीखेज खुलासा कर दिया। एसपी देहात ने बताया कि विनीत के बड़े भाई स्व. पिंटू की पत्नी विनीता के गांव के ही कई लोगों से अवैध संबंध थे। जिसे लेकर परिवार की काफी बदनामी हो रही थी।
विनीत अक्सर भाभी को इसके लिए टोकाटाकी करता रहता था। पुलिस ने बताया कि विनीत के भतीजे को यह बात कतई बर्दाश्त नहीं थी। जिसे लेकर विनीत की भाभी विनीता ने विनीत की हत्या का ताना-बाना बुना और अपने नाबालिग पुत्र को इसके लिए तैयार कर लिया। योजना के अनुसार, मंगलवार की शाम अलग-अलग स्कूटी पर दोनों पहले भोला झाल पहुंचे। जहां से बाद में दोनों रोहटा की ओर चल पड़े। जहां बाद में रसूलपुर मढ़ी गांव के बाहर जंगल में गैस एजेंसी के पास हत्यारोपी ने विनीत की तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी
और उसके बाद स्कूटी और मोबाइल वही मौके पर छोड़कर आराम से फरार हो गया था। अगले दिन विनीत का गोली लगा हुआ शव गांव के जंगल में पड़ा हुआ मिला था। इस मामले में खुलासे के लिए एसपी देहात के निर्देश पर चार टीमें लगाई गई थी। शुक्रवार की देर शाम थानाध्यक्ष देवेंद्र गौतम ने बताया कि इस मामले में सफलता पाली और विनीत के नाबालिग भतीजे को गिरफ्तार करते हुए उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब राज उगल दिए।
जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर आम के बाद के पास रामकिशन पुत्र चरण सिंह के खेत से हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की। जिसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि चाचा उसकी मां को टोकाटाकी करता रहता था। इसके चलते ही उसने हत्या कर दी।
खुलासे को चार टीमों ने 25 सीसीटीवी कैमरे खंगाले
पुलिस ने विनीत हत्याकांड में चार टीम में गठित की। टीमों ने 25 आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिनसे मिले क्लू और सबूत और सर्विलांस के आधार पर महज 60 घंटे में ही घटना का खुलासा कर दिया।
30 सेकंड के वीडियो फुटेज ने खोला राज
सीओ सरधना संजय जायसवाल ने बताया कि हत्याकांड वाले दिन दोनों चाचा-भतीजे अलग-अलग स्कूटी पर सवार होकर आगे पीछे जा रहे थे। सगा नाबालिग भतीजा चाचा की हत्या के लिए तमंचा लिए घूम रहा था। जिसके बाद रसूलपुर मढ़ी के जंगल में दोनों रुके जहां विनीत की हत्या का प्रयास किया गया। इस दौरान लगभग 30 सेकंड की वीडियो विनीत के मोबाइल से बनी। जिसमें दोनों की स्कूटी पास में खड़ी हुई है और आरोपी भतीजा तमंचा लोड करता हुआ भी साफ दिखाई दे रहा है। यही वीडियो खुलासे का बड़ा आधार बना।