- शहर में साइबर ठगी का नया ट्रेंड, पुलिस आफिस में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं मामले
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: तुम्हारे बेटे व उसके दोस्तों ने एक युवती से दुष्कर्म किया है। वो थाना सिविल लाइन की हवालात में बंद है। उसको छुड़ाना है तो बड़ी रकम का इंतजाम कर लो…आपके बेटे का घर लौटते वक्त कार की टक्कर से एक्सीडेंट हो गया है। वह अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। आॅपरेशन होना है, रकम का इंतजाम कर लो…आपके बेटे ने सड़क पर छेड़खानी की है, वो थाने में बंद है।
उसको छुड़वाना है तो रकम का इंतजाम कर लो…इस तरह के तमाम मामले बताकर लोगों से ठगी हो रही है। इसके शिकार बने लोग साइबर थाने तक पहुंचकर अपनी पीड़ा का इजहार कर रहे हैं। ऐसे लोग केवल पहुंच ही नहीं रहे, कई मामलों में लोग साइबर अपराधियोें का शिकार भी हो रहे हैं, जब तक उन्हें सच्चाई पता चलती है तब तक साइकर अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं।
पूर्व एसएसपी रोहित सजवाण के कार्यकाल में ऐसा ही साइबर क्राइम का बड़ा मामला खासा चर्चित रहा था। जिसमें परिजनों को काल कर बताया गया कि उनका पुत्र थाने में बंद है। दूसरी ओर से मारपीट करने तथा रोने की आवाजें आ रही थीं। काल करने वालों ने युवक के परिजनों को कॉल कर पूछा था कि उनके बेटे का ये नाम है…परिजनों के हां करने पर दूसरी ओर से कहा गया कि तुम्हारा बेटा यहां काम करता है।
परिजनों ने कहा हां, तब काल करने वाले ने कहा कि उसने सड़क पर छेड़खानी की है उसको रंगे हाथों पकड़ गया है। छुड़ाना है तो बड़ी रकम का इंतजाम कर लो। इस बीच दूसरी ओर रोने की आवाजें आने लगती हैं। परिजन बोले कि मारपीट मत करें अभी पैसे डालते हैं। जो नंबर बताया गया, उस पर परिजनों से 77 हजार रुपये आनलाइन भेज दिए।
रकम भेजकर अभी बैठे भी नहीं थे कि कॉल बेल बजती है, सामने उन्हें अपना बेटा खड़ा दिखता है तो रोते हुए उसको लगे लगा लेते हैं। खैरियत पूछते हैं। युवक समझ नहीं पता कि माजरा क्या है, लेकिन जब तक समझ में आता है तब तक काम हो चुका होता है। 77 हजार की आॅन लाइन ठगी का शिकार परिवार वाले हो चुके होते हैं।
पुलिस कस्टडी में है तुम्हारा बेटा
लोहिया नगर थाना के नूर गार्डन कालोनी निवासी अहसान सैफी पुत्र रशीद शुक्रवार को पुलिस कार्यालय पहुंचे और एसएसपी को दिए गए शिकायती पत्र पर खुद को पुलिस वाला बताकर मोबाइल पर कॉल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि कॉल करने वाले संभवत: साइबर अपराधी हों। अहसान सैफी ने बताया कि उनके पुत्र का नाम अनस सैफी है।
अज्ञात नंबर से उनके मोबाइल पर किसी ने कॉल कर कहा कि वो सिविल लाइन थाने से बोल रहे हैं। अनस हमारी कस्टडी में है, जबकि अनस अहसान सैफी के साथ बैठा था। पीड़ित ने इस मामले में एसएसपी से जांच कराकर कार्रवाई की बात कही। उन्होंने उन नंबरों की भी जानकारी एसएसपी को दी, जिनसे कॉल आया है।
ई-रिक्शा से जा रही वांटेड महिला ठग को दबोचा
ओमान भेजने के नाम पर 1.35 लाख की ठगी करने वाली वांटेड चल रही महिला एजेंट को पीड़ित ने शुक्रवार को लिसाड़ीगेट क्षेत्र से दबोच कर पुलिस को सौंप दिया। किठौर थाना क्षेत्र के शाहजहांपुर में करीब छह माह पूर्व का यह मामला है। शेर खान ने बताया उसकी पड़ोस में शबाना नाम की महिला रहती है। शबाना ने बताया कि मेरठ में हुमा रहती है, जो ट्रेवल एजेंट है और लोगों को विदेश भेजती है। इस दौरान शेर खान ने शबाना से कहा कि मुझे अपने बेटे नौशाद को बाहर भेजना है। शबाना ने हुमा की मुलाकात शेर खान से करा दी।
उन्होंने बेटे नौशाद को विदेश भेजने की बात हुमा से की। आरोप है कि इस दौरान हुमा ने नौशाद को ओमान भेजने के नाम पर 1.35 लाख रुपये ले लिए और फरार हो गई। शेर खान ने बताया कि यह घटना छह महीने पहले की है। पीड़ित ने इस ठगी की शिकायत किठौर पुलिस से की, लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी थाना पुलिस ठगी करने वाली महिला की तलाश करने में नाकाम रही। आरोपी महिला पहले लोहिया नगर थाना क्षेत्र में रहती थी। ठगी करने के बाद महिला वहां से फरार हो गई। तभी से पीड़ित शेर खान महिला की तलाश कर रहा था। शुक्रवार को शेरखान मेरठ आया हुआ था, तभी उसने श्याम नगर रोड पर हुमा को ई-रिक्शा में जाते हुए देखा।
इस दौरान चकमा देकर हुमा फरार हो गई। शेर खान ने बताया कि ई-रिक्शा चालक से जानकारी मिलने के बाद पता लगा कि हुमा लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के खजूर का पेड़ मेवगड़ी क्षेत्र में रह रही है। वह महिला की तलाश में जुट गए। दोपहर में शेर खान लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के लिसाड़ी गेट चौपाले पर खड़ा हुआ था। तभी उसने देखा कि ई-रिक्शा में हुमा जा रही है। उसने दौड़कर उसे पकड़ लिया और थाना पुलिस को मौके पर बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।