- चौधरी चरणसिंह यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में 220 मेधावियों को स्वर्ण पदक से नवाजा, खिले चेहरे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 36वें दीक्षांत समारोह में 220 मेधावियों को स्वर्ण पदक से नवाजा, जबकि 87765 हजार छात्र-छात्राओं को स्नातक व स्नातकोत्तर डिग्री दी गर्इं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने युवाओं को सरकारी नौकरियों पर निर्भर न होने की नसीहत दी। उन्होंने युवाओं को उनके उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षाग्रह में आयोजित दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हाल ही में पुलिस विभाग की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 60 हजार पदों के लिए करीब 45 लाख परीक्षार्थियों ने भाग लिया। यह जरूरी नहीं की सभी को पढ़ने के बाद सरकारी नौकरी मिल जाए। 90 फीसदी वालों को सरकारी नौकरी मिल जाएगी, लेकिन 60 फीसदी वालों को कौशल विकास करना होगा।
सरकार द्वारा स्टार्टअप व कौशल विकास योजनाओं के तहत युवाओं को अपना रोजगार चलाने के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है, इनका लाभ उठाने की जरूरत है। उन्होंने आधुनिकता को अपनाने पर जोर दिया, कहा कि आज एआई का युग है हमें इसका लाभ उठाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। इसके लिए शिक्षा और तकनीक दोनों को अपनाने की जरूरत है।
इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा के बजट को बड़ा बना दिया है। मुख्य अतिथि महानिदेशक सीएसआईआर नल्लाथंबी क्लेसेल्वी ने डिग्रियां पाने वाले छात्राओं से राष्ट्र के लिए कुछ करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज विकसित भारत की पथ पर है। हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री का विजन 2047 तक देश को विकसित बनाने का है इसमें हम जरूर कामयाब होंगे और भारत ग्लोबल लीडर बनेगा।
220 मेधावियों को स्वर्ण पदक से नवाजा
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में 220 छात्र-छात्राओं को पदक दिए। इनमें चचंल शर्मा और आकाश प्रधान को एमएसी गणित में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर कुलाधिपति स्वर्ण पदक से नवाजा। निक्की बालियान को एमपीएड की परीक्षा में सर्वाधिक प्राप्त करने पर डा. शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक से नवाजा। 151 मेधावियों को कुलपति स्वर्ण पदम, 64 मेधावियों को प्रायोजित स्वर्ण पदक, दो मेधावियों को चौधरी चरण सिंह स्मृति पुरस्कार भेंट किए गए।
अब सीसीएसयू को गर्ल्स विवि बना देना चाहिए
दीक्षांत समारोह में छात्राओं की संख्या बढ़ती देख राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने देखा कि 516 पदकधारियों में 82 प्रतिशत छात्राएं हैं। उन्होंने कुलपति से कहा कि इस विवि को गर्ल्स यूनिवर्सिटी बना देना चाहिये। छात्रों के लिए अलग से विवि बना देना चाहिये, लेकिन उनके हाथ में नहीं है।
ये वीआईपी रहे मौजूद
दीक्षांत समारोह में बागपत के बागपत सांसद राजकुमार सांगवान, राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, सरधना विधायक अतुल प्रधान, पूर्व कुलपति प्रो. एन. के तनेजा आदि मौजूद रहे।
हमें अपने समाज के ताने बानों को समझना चाहिए: डा नल्लाथम्बी
दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि सीएसआईआर एवं डीएसआईआर की महानिदेशक व डीएसआईएस की सचिव डा. नल्लाथम्बी कलैसेल्वी ने कहा कि सामान्यत: हम पश्चिम से प्रभावित है और विकास का विचार बहुत कुछ पश्चिमी है। यह कुछ गलत भी नहीं, लेकिन हमें अपने समाज के ताने-बाने और उनकी मांगों को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि चिंता विषय है कि हमारी शिक्षा प्रणाली हमारें युवाओं को जीवन में सफलता यथार्थ गुरु मंत्र-कठोर व सतत परिश्रम से परिचित नहीं कराती।
छात्र-छात्राएं, माता-पिता को भी पढ़ाएं
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्होंने एक गोल्ड मेडलिस्ट की माता से पूछा कि वह कितना पढ़ी है, जवाब मिला वह अनपढ़ हैं। छात्र-छात्राएं यह नहीं सोचते कि उनके माता पिता भी शिक्षित होने चाहिए। उनका दायित्व है कि वे अपने माता पिता को कम से कम चार या पांच कक्षा तक पढ़ाएं। विश्वविद्यालय से एडमिशन फार्म एक कालम माता-पिता की शिक्षा का रखना चाहिए। माता पिता का सम्मेलन आयोजित कर उनकी शिक्षा की जानकारी लें।
अशिक्षित होने वाले अभिभावकों को भी पढ़ाया जाए। देश की निर्माण की आधारशिला शिक्षा होती है। जब सब शिक्षित होंगे, तभी देश विकासशील बनेगा। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में हो रहे धरना, प्रदर्शन पर कटाक्ष किए और नसीहत भी दी। कहा कि धरना प्रदर्शन से नेतृत्व नहीं मिलेगा, नेतृत्व जमीनी स्तर पर काम करने से मिलेगा।
अब डीजी लॉकर में सेव हैं डिग्रियां
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राएं अपनी डिग्री लेने आया करते थे, जिनसे लोग उनसे रुपये मांगते थे लेकिन अब यह डिग्रियां डिजी लॉकर में सेव कर दी गई। विद्यार्थी घर बैठे इनका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं। उन्होंने कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला को जल्द ही अंक तालिका भी अपलोड करने को कहा।
स्कूली बच्चे, आंगनबाड़ी कार्यकात्रियां सम्मानित
कार्यक्रम में विवि द्वारा गोद लिए गए सरकारी स्कूलों के विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। कुलाधिपति ने बागपत की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित किया।