नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आपने अक्सर देखा होगा कि जो हमारे दिल में होता है उसे कभी-कभी हम जुबां से नहीं कह पाते इसलिए हम उसको आंखों से कह देते हैं। यानि दिल का कनेक्शन आंखों से जुड़ा है। इसलिए कहते हैं दिल को हमेशा स्वास्थ रखना चाहिए। आजकल कम उम्र में ही लोगों को दिल के रोगों का खतरा इतना बढ़ गया है नहीं पता होता कब क्या बीमारी लग जाए। मिली रिपोर्ट्स के अनुसार, आजकल मात्र 30 वर्ष आयु वाले लोगों को भी हृदय रोग से संबंधित बीमारी हो रही है।
हृदय रोगों में स्ट्रोक, जन्मजात हृदय दोष, हृदयाघात, कार्डियक अरेस्ट, पेरिकार्डियल बहाव, रुमेटिक हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना आदि शामिल है। इन बीमारियों से बचने के लिए चिकित्सक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के आदेश देते हैं। वहीं, विश्व हृदय दिवस है। यह दिवस हेल्दी हार्ट में लिए बेहद जरूरी है इसी लिए यह दिवस मनाया जाता है। लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 29 सितंबर माह में विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।
इस बार वर्ल्ड हार्ट डे 2023 थीम
हर साल हृदय दिवस पर को थीम रखी जाती हैं। वहीं इस बार यानि 29 सितंबर 2023 को थीम रखी गई है ‘यूज हार्ट, नो हार्ट’ इसका मतलब है कि हार्ट का उपयोग करें और जानें।
प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को ‘वर्ल्ड हार्ट डे’
विश्वभर में प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ मनाया जाता है। यह दिन हृदय की सेहत पर समर्पित है। हृदय रोगों के रिस्क को कम करने के लिए व दिल की बीमारी से बचने के लिए और इसे प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। साथ ही इस अवसर पर तरह तरह कार्यक्रम भी आयोजि किए जाते हैं।
‘वर्ल्ड हार्ट डे’विश्व से जुड़ी हिस्ट्री
बताया जाता है कि, दुनिया में पहली बार वर्ल्ड हार्ट डे सितंबर 24, 2000 को मनाया गया था। दरअसल, विश्व स्वास्थ्य महासंघ के पूर्व अध्यक्ष एंटोनी बार्ड डी लूना को विश्व हृदय दिवस मनाने का विचार आया। इस विचार पर उन्होंने एक रिपोर्ट पेश की, जिसे अपना लिया गया और वर्ष 2000 में हृदय दिवस मनाया गया।
बाद में 2012 से 2025 तक 25 फीसदी वैश्विक मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाने का फैसला लिया गया।
इसलिए मनाते हैं हार्ट डे
लोगों में दिल की बीमारी और रोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसका कारण अस्वस्थ लोग, गलत खानपान, खराब जीवनशैली आदि। इसलिए उन्हीं लोगों के लिए जो अपने आप पर ध्यान नहीं देते न ही इसे गंभीरता से लेते उन्हीं लोगों के लिए यह दिवस मनाया जाता है।