जनवाणी संवाददाता |
नागल: गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी नागल क्षेत्र के गांव चंदेना में मकर सक्रांति के पावन पर्व पर 251 घरों, मंदिर एवं गौशालाओं में अन्य संस्थाओं में हवन का आयोजन किया गया। सनातन धर्म मे सबसे पवित्र माने जाने वाले जनकल्याणकारी यज्ञों की परंपरा सबसे पुरानी है। आर्य समाज इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं। आर्य समाज के तत्वाधान में प्रतिवर्ष आज ही के दिन सामूहिक यज्ञों का कार्यक्रम आयोजित किया जाता हैं।
इस कार्यक्रम में गुरुकुल व आर्य समाज के दूरदराज से आए धर्म प्रेमी घर घर जाकर हवन यज्ञ करते हैं। यज्ञों के आयोजन से जहां एक और पूरे गांव का वातावरण शुद्ध होता है। वहीं दूसरी ओर गांव में समाज के सभी वर्गों में प्रेम आपसी सहयोग सदभावना, समरसता शांति व शुद्ध विचारों से ओत प्रोत गांव के लोग आपसी भाईचारे को बढावा मिलता है।
मकर सक्रांति पावन पर्व पर सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम में आज स्वामी सच्चिदानंद जयपुर राजस्थान, आचार्य वीरेंद्र शास्त्री छपरेडी सहारनपुर, सेवा भारती के जिला सँयोजक सुनील चौधरी नागल, जिला आर्य प्रतिनिधि सभा सहारनपुर, गुरुकुल उगरपुर सहारनपुर, गुरुकुल पोंधा देहरादून, गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार, गुरुकुल झरोली सहारनपुर, आर्य समाज नागल बढेडी, दिवालहेडी, मनोहरपुर, अंबोली, गंगनौली आर्य समाज, उसंड, बेहट आदि स्थानों से आए हुए आर्य समाज के पुरोहित व विद्वानों द्वारा विधि विधान से हुआ हवन यज्ञ का आयोजन देव यज्ञ के द्वारा पर्यावरण की शुद्धि एवं घरों की शुद्धि और इस अवसर पर विशेष रुप से मकर सक्रांति के बारे में जानकारी दी गई।
इस धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में अनुराग आर्य, विपिन आर्य, विरेंद्र कुमार, अनुज चौधरी, सुनील कुमार, देवेश्वर मेहरवाल, डॉक्टर महावीर आर्य, आर्यहरपाल सिंह, योगेश कुमार, जिलेसिंह आर्य, बिरजू, करणसिंह, व आर्य समाज एवं समस्त ग्रामवासियों का भरपूर सहयोग मिला।
इसके अलावा आर्य समाज नागल, स्वामी दिव्यानंद सरस्वती तीर्थ ट्रस्ट, सेवा भारती ईकाई नागल द्वारा भी हवनादि कर खिचड़ी प्रसाद एवं चाय वितरण कर मकर संक्रांति पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया कस्बे में दिन भर कई संस्थाओं ने भंडारों का आयोजन किया।