- आयुक्त सभागार में मंडलायुक्त ने ली मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की 126वीं बोर्ड बैठक, रखे गए प्रमुख प्रस्ताव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में सोमवार को मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की 126वीं बोर्ड बैठक हुई। इसमें प्रमुख प्रस्ताव रखा गया निजी कालोनियों के हस्तांतरण का। काफी देर तक हुई वार्ता के बाद तय हुआ कि मेडा ने जिन 32 कालोनियों को पूर्णता प्रमाण पत्र जारी हो चुका है उन्हें नगर निगम को स्वत: हस्तांतरित माना जाए। इस पर सहमति बनी और इन कालोनियों को नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया गया। 24 कालोनियां इसी साल मार्च में हस्तांतरित की जा चुकी हैं।
दूसरा प्रमुख प्रस्ताव था मेडा के 13 एसटीपी को नगर निगम को हस्तांतरण से संबंधित। मेडा ने अवगत कराया कि जल निगम की कार्यदायी इकाई गाजियाबाद से इसका सर्वे कराया गया था, जिसमें कमियां पाई गई थीं उसे 20 करोड़ रुपये की लागत से सुधारने का प्रस्ताव बना है। इसका कार्य दिसंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। तय हुआ कि फिलहाल सभी की हस्तांतरण प्रक्रिया तभी अपनाई जाएगी, हालांकि यदि कुछ एसटीपी का कार्य उससे पहले पूर्ण हो जाएगा तो उसे पहले भी किया जा सकेगा।
तीसरा महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा गया लैंड मोनेटाइजेशन के तहत नए काटे गए प्लाटों की बिक्री करना। लैंड मोनेटाइजेशन यानी 1987 में विकसित की गई कालोनियों जो आरक्षित प्लाट नहीं बिक सके उनका फिर से नियोजन करके नए सिरे से प्लाटिंग करना। लगभग 80 हेक्टेयर जमीन तलाशी गई थी, जिसमें 1455 प्लाट काटे गए हैं। तीन जुलाई के बाद इसकी बिक्री की प्रक्रिया शुरू होगी। इन सभी प्लाटों की कीमत 575 करोड़ रुपये है।
मेडा को इसकी बिक्री से लगभग एक हजार करोड़ रुपये की आय की उम्मीद है। इसमें 60 वर्ग मीटर से लेकर 350 वर्ग मीटर तक के प्लाट रहेंगे। वहीं अर्धनिर्मित 875 समाजवादी आवास और लोहियानगर में 576 अर्धनिर्मित आवास हैं, जिनकी बिक्री के लिए निर्णय किया गया। इन्हें जहां-जैसे के आधार पर बेचा जा सकेगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इन 1451 फ्लैटों की कीमत लगभग 300 करोड़ रुपये है।
ये कॉलोनियां हुई हस्तांतरित
मेरठ विकास प्राधिकरण ने रेल विहार, रायल एस्टेट, शीलकुंज, अंसल हाउसिंग ग्राम जटौली, शीलकुंज-2 मुकर्रबपुर पल्हैड़ा, एटूजेड ग्रीन एस्टेट कालोनी, मेरठ वन, शीलकुंज, शीलकुंज, रैल्प्रो रेजीडेन्सी, मेट्रो रेजीडेन्सी, शीलकुंज एन्क्लेव, ओलिव ग्रीन सिटी, श्याम वाटिका, गणपति एन्क्लेव, एपैक्स सिटी बागपत रोड, सरस्वती सागर, सरस्वती वाटिका, अंसल टाउन कालोनी ग्राम जटौली, अंसल ग्रुप हाउसिंग ग्राम जटौली, गेटवे ग्लोबल, गोल्फ लाइव, गेटवे ग्लोबल बिल्डवेल, गोल्फ ग्रीन, हर्ष कॉमर्शियल पार्क, न्यू साकेत, मैसर्स एपैक्स प्रोपमार्ट, मैसर्स वृन्दा एसोसिएटस, मैसर्स रॉयल पार्क प्रमोट्स, सरस्वती वाटिका, सरस्वती उद्योगपुरम फेज-1, सरस्वती वाटिका एक्सटेंशन कालोनी, एपेक्स सिटी बागपत रोड आदि कॉलोनियों को नगर निगम को हस्तांतरित किया गया है।
हस्तिनापुर में नेचर ट्रेल और गगोल में संग्रहालय बनेगा
बोर्ड बैठक में मंडलायुक्त की पहल से दो अहम प्रस्ताव भी रखे गए थे। इनमें शामिल हैं हस्तिनापुर में नेचर ट्रेल और गगोल में संग्रहालय का निर्माण। दोनों प्रस्तावों को स्वीकृति मिल गई। इसके तहत हस्तिनापुर में पांडव टीले के आसपास महाभारत से संबंधित विरासत स्थलों के आसपास कुछ ऐसे निर्माण किए जाएंगे जिससे पर्यटक यहां वन क्षेत्र के बीच से गुजरते हुए महाभारत को जीवंत देख सकें। इसमें कुछ दीवारों पर पेंटिंग व प्रतिमाएं भी बनाई जा सकती हैं। वहीं, गगोल में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित डिजिटल संग्रहालय बनाया जाएगा। बैठक में मेडा के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय, नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा, सीडीओ नूपुर गोयल, मेडा सचिव आनंद सिंह, प्रभारी मुख्य नगर नियोजक विजय कुमार सिंह उपस्थित रहे।
हवाई पट्टी आवंटियों को मिलेंगे प्लाट
53 आवंटी ऐसे हैं, जिन्हें शताब्दीनगर में प्लाट आवंटित हुए थे, लेकिन हवाई पट्टी विस्तार में कुछ जमीन मेडा को देनी पड़ी, इसमें 53 प्लाट भी चले गए। ऐसे लोगों को समायोजित करने के लिए कई साल से प्रक्रिया चल रही है। वहीं 14 आवंटी ऐसे हैं, जिनके प्लाटों को किसी अन्य को आवंटित कर दिया गया था या फिर मौके पर प्लाट था ही नहीं। अब निर्णय हुआ है कि इन दोनों पीड़ितों को उन 1455 प्लाटों में समायोजित किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया जुलाई में शुरू होने वाली है।
श्रद्धापुरी में बनेगा चार्जिंग स्टेशन, बनेंगे 10 बस शेल्टर
श्रद्धापुरी फेज-टू में सिटी बस सर्विस के लिए इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के लिए एक हजार वर्ग मीटर जमीन दी जाएगी। यह जमीन 1450 प्लाटों में ही समायोजित की जाएगी। वहीं पिछली बोर्ड बैठक में 10 बस शेल्टर बनाने का निर्णय हुआ था। उस क्रम में मेडा ने टेंडर निकाला था लेकिन शर्तें न पूरा होने पर टेंडर निरस्त हो गया था। अब फिर से टेंडर निकाला जाएगा।
न्यू टाउनशिप: 30 दिन में 150 हेक्टेयर भूमि खरीदने का लक्ष्य
दिल्ली रोड किनारे मोहिउद्दीनपुर में 300 हेक्टेयर में इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित होनी है। इसके लिए एक महीने में लगभग 150 हेक्टेयर भूमि खरीद लेने का लक्ष्य रखा गया है, इसी क्रम में एक-दो सप्ताह में ही 95 हेक्टेयर की खरीद पूरी हो जाएगी।