- 11 गांव के किसानों ने किया मतदान, 135 डेलीगेट पहले ही चुने जा चुके निर्विरोध
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सहकारी गन्ना विकास समिति मेरठ में 21 डेलीगेट के लिए मतदान हुआ। शाम चार बजे तक 54.8 प्रतिशत मतदान हुआ। 11 गांव किसानों ने अपने मत का प्रयोग किया। 135 डेलीगेट पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे। कुल 4277 में से 2344 वोट डाले गए। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराया गया। इसके बाद मतगणना की गई।
सहकारी गन्ना विकास समिति मेरठ के डेलीगेट का चुनाव जीआईसी में हुआ। सुबह से ही मतदान को लेकर किसानों में भारी उत्साह देखने को मिला। बस, कार और बाइकों से किसान अपने मत का प्रयोग करने के लिए पहुंचे। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सहकारी गन्ना विकास समिति मेरठ के 88 में से 11 गांव का चुनाव हुआ है। नंगला शेखू, सधारनपुर, औरंगाबाद, सादुल्लापुर, भड़ौली, नवल, जसौरी, नित्यानंदपुर, जिठौली, हसनपुरकलां, सिंहपुर के किसानों ने मतदान किया। उन्होंने बताया कि सात अक्टूबर से प्रबंध कमेटी गठन के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जो 16 अक्टूबर तक चलेगी।
इसके बाद 17 अक्टूबर को चेयरमैन व वाइस चेयरमैन का चुनाव होगा। चुनाव को लेकर जिल प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। बता दें कि नंगला शेखू में 255, सधारनपुर में 401, जसौरी में 9, औरंगाबाद में 74, सादुल्लापुर में 201, भड़ौली में 304, नवल में 347, नित्यानंदपुर में 6, जिठौली में 17, हसनपुर कलां में 584 और सिंहपुर के 146 वोट डाले गए। ऐसे में हसनपुर कलां के किसानों ने सबसे अधिक मतदान किया। इसके बाद यह डेलीगेट अब डायरेक्टर को चुनेंगे।
सहकारी गन्ना विकास समिति मेरठ में नौ डायरेक्टर क्षेत्र हैं। जिठौली में किरणवती व रमेश कुमार, जसौरी में आरिफ व मोहित, औरंगाबाद में विजय व सतपाल, नित्यानंदपुर में ब्रह्मपाल सिंह, सिंहपुर में अजय कुमार व युधिष्ठर, सधारनपुर में फूल सिंह व हरीश पाल, भड़ौली में नीरज व रेखावती, नंगला शेखू में उपेंद्र व विक्रांत मलिक, हसनपुर कलां में महिपाल व शिवकुमार, नवल में संतोष व नरेश और सादुल्लापुर में सुरेंद्र कुमार व विपिन कुमार निर्वाचित हुए।
छुटपुट कहासुनी और मारपीट के बीच सकौती में चुनाव संपन्न
दौराला: बृहस्पतिवार को डेलीगेट के पद को लेकर दौराला व सकौती में चुनाव संपन्न हुआ। फर्जी वोट को लेकर दौराला में दो प्रत्याशी व समर्थक आपस में भिड़ गए। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया। देर शाम जीतने वाले प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र दिए गए। सचिव प्रदीप यादव ने बताया कि दौराला सहकारी गन्ना विकास समिति की 248 सीट के लिए गुरुवार को 102 पद के लिए 216 प्रत्याशियों के बीच चुनाव संपन्न हुआ। बताया कि लगभग 23 हजार मतदाताओं ने अपने वोट दिए। जबकि, सकौती में हितकारी इंटर कॉलेज में 45 सीटों के लिए मतदान हुआ। मतदान में लगभग 8 हजार मतदाताओं ने वोट दी। सचिव प्रदीप यादव ने बताया कि 16 अक्टूबर से डायरेक्टर पद के लिए प्रक्रिया शुरू होगी और 17 में चुनाव होगा।
दौराला गन्ना समिति चुनाव में जमकर मारपीट
दौराला सहकारी गन्ना विकास समिति में गुरुवार को फर्जी वोट को लेकर महादेव गांव के दो प्रत्याशी व उनके समर्थकों में कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। मारपीट के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के समर्थकों पर आरोप लगाए। चुनाव स्थल पर मारपीट होने से मतदाताओं में भगदड़ मच गई। हंगामा व मारपीट की जानकारी पर सीओ शुचिता सिंह, दौराला थाना प्रभारी उत्तम सिंह राठौर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने मारपीट कर रहे समर्थकों व प्रत्याशियों में बीच बचाव का प्रयास किया। काफी समझाने के बाद दोनों पक्ष शांत हुए। सीओ ने चेतावनी दी कि दोबारा ऐसा करने पर कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से महादेव गांव के मतदान स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया और मतदान संपन्न कराया गया। थाना प्रभारी उत्तम सिंह राठौर का कहना है कि फर्जी वोट को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने सही समय पर मामले को संभाल लिया।
गन्ना सोसाइटी डेलीगेट चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न
परतापुर : सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड के सामान्य निकाय गठन के लिए गुरुवार को जनपद की मोहिउद्दीनपुर में चार समितियों के डेलीगेट का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चुनाव अधिकारी अभिषेक कुमार सिंह के अनुसार मोहिउद्दीनपुर स्थित किसान इंटर कालेज में महरौली, ढिंडाला, बहरामपुर व फफूंडा के सोसाइटी सदस्यों ने मतदान किया। इन चारों सोसाइटी से 73:97 प्रतिशत मतदान हुआ। 1629 वोटों में से 1205 वोट ही डाले गए। महरौली से 263 मत, ढिंडाला से 371 मत, बहरामपुर से 257 मत व फफूंडा से 314 मत डाले गए।
धरने पर किसान की हालत बिगड़ी, आक्रोश
सहकारी गन्ना विकास समिति मोहिउद्दीनपुर में डेलीगेट पर्चे खारिज करने के विरोध में परतापुर थाने में धरने पर सातवें दिन बैठे एक किसान की हालत बिगड़ गई। जिससे वहां बैठे किसानों में व्यवस्था को लेकर आक्रोश पैदा हो गया। आनन-फानन में प्रशासनिक अफसरों ने डाक्टरों की टीम बुलाकर किसान का चेकअप कराया। नारंगपुर निवासी किसान पुष्पेंद्र चौधरी पिछले सात दिन से धरने पर हैं। गुरुवार को उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई। किसान की हालत बिगड़ने पर थाने में मौजूद प्रशासनिक अधिकारी किसान के पास पहुंचे और उसको अस्पताल ले जाने के लिए कहा, लेकिन किसान ने अस्पताल जाने से मना कर दिया।
किसान अस्पताल का विरोध करने लगे। उसके बाद डाक्टरों की टीम को थाने बुलाकर किसान का स्वास्थ्य परीक्षण कराया और जरूरी दवाइयां दी। उधर, भाकियू नेता विजयपाल घोपला गुरुवार को भी आमरण अनशन पर रहे उनको भी कमजोरी की शिकायत रही। उनका भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके अलावा एक किसान दूसरे दिन भी चिता पर लेटा रहा। अधिक गर्मी होने के कारण प्रशासनिक स्तर पर किसान के ऊपर टेंट लगवाया गया। इस मौके पर भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, अजय नेहरा, अतुलवीर सिंह, विशाल चौधरी, शशांक, रघुवंश चौधरी मौजूद रहे।