- जिला अस्पताल का हाल-बेहाल, नहीं सुधर रहे चिकित्सक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तमाम सख्ती के बाद भी जिला अस्पताल का हाल-बेहाल हैं। लगता है डॉक्टरों ने नहीं सुधरने की कसम खा ली हैं। स्टाफ भी मौज-मस्ती करता रहता हैं। मरीज है कि खुद ही स्ट्रेचर लेकर घूमते रहते हैं। जिला अस्पताल में बीमार महिला को स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके बाद तीमारदार ही उसे पकड़कर डॉक्टर तक लेकर पहुंचे। यही नहीं, जो स्ट्रेचर मरीजों की सुविधा के लिए है, उस पर अस्पताल स्टाफ के कर्मचारी दवाई व अन्य सामान की ढुलाई करते दिखाई दिये, जिसको ‘जनवाणी’ के फोटो जर्नलिस्ट ने कैमरे में कैद कर लिया।
ये हाल तो तब है जब डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रिजेश पाठक लगातर अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं, फिर भी डॉक्टर नहीं सुधर रहे हैं। डॉक्टर अस्पताल में समय पर नहीं आते, फिर लंच होने से पहले ही सीट छोड़कर चले जाते हैं। बीच में गायब भी हो जाते हैं। मरीजों को परेशान किया जाता हैं। इस तरह से जिला अस्पताल में व्यवस्था सुधर नहीं रही हैं। इमरजेंसी में हालात ऐसे है कि बेड सीट कई दिन बाद बदली जाती हैं।
फिर बेड सीट फटी हुई भी हैं। मरीजों को जो सुविधा मिलनी चाहिए, वो नहीं मिलती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह चुके है कि जीरो टोलरेंस पर काम करें, अन्यथा अधिकारी और कर्मचारी सजा भुगताने के लिए तैयार रहे। मुख्यमंत्री की इस चेतावनी के बाद भी डॉक्टर क्यों नहीं सुधर रहे हैं? औचक निरीक्षण के बाद ही लगता है जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधर सकती हैं।