- कृषि विवि जनप्रतिनिधि के लिए खोले दरबार
- केंद्रीय मंत्री की नाराजगी से कार्यक्रम में छाया सन्नाटा
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि में मंगलवार को प्राकृतिक खेती से कृषि समृद्धि कृषि सेमिनार में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देव व्रत आर्य शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान भी शामिल हुए। डा. बालियान को जब मंच बोलने के लिए आमंत्रित किया तो वह मुखर दिखे। केंद्रीय मंत्री ने मंच पर आते ही नाराजगी जाहिर कर करनी शुरु कर दी।
केंद्रीय मंत्री की नाराजगी को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी गंभीरता के साथ सुनते हुए नजर आए। केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहला निशाना सेमिनार पर लगाते हुए कहा कि इस सेमिनार में जितने कृषि वैज्ञानिक और स्टाफ है। उससे भी कम किसान है। सेमिनार में किसानों को बुलाया जाना चाहिए था। जिस उद्देश्य के लिए यह सेमिनार किया गया है। प्राकृतिक खेती के बारे में किसानों तक जानकारी पहुंच सके और किसान खेती करते हैं।
केंद्रीय मंत्री यही शांत नहीं हुए इसके बाद उन्होंने कृषि विवि के कुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल को निशाना बनाते हुए कहा कि कृषि विवि के दरबार जनप्रतिनिधि के लिए खोलने चाहिए, लेकिन यह कृषि विवि ऐसा पहला विवि है। जहां जनप्रतिनिधि को बुलाया तक नहीं जाता है। मंत्री ने कहा कि वह पशुओं के मेला कराना चाहते हैं, लेकिन कृषि विवि द्वारा पहल नहीं की गई।
विवि में सभी साधन होने के बावजूद मेले का आयोजन नहीं कराया जा सकता है। जोकि हमारे लिए दुर्भाग्य पूर्ण है। हिसार और पंत नगर विवि किसानों तक तकनीक पहुंचा रहे हैं, लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र में कृषि विवि आलू रिसर्च सेंटर और फसल प्रणाली अनुसंधान संस्थान सेंटर है, लेकिन इनकी तकनीक किसानों तक नहीं पहुंच रही है। केंद्रीय मंत्री ने कृषि विवि के कुलपति के कार्यकाल की चुटकी लेते हुए कहा कि 14 जुलाई को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
हम चाहते हैं कि उनका कार्यकाल बढ़े, लेकिन उन्होंने आज तक विवि के किसी भी वैज्ञानिक को हमारे पास कोई प्रोजेक्ट लेकर नहीं भेजा है। विवि में नियुक्ति करने नहीं आए, लेकिन आज कृषि विवि में सिर्फ नियुक्ति करने की प्रक्रिया ही की जा रही है।
हालांकि केंद्रीय मंत्री अपने अंदाज में नाराजगी जाहिर तो कर गए साथ ही साथ यह भी संकेत दे गए कि कृषि विवि में जनप्रतिनिधियों को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देव व्रत आर्य ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को दुख है कि वह अपने विभाग के प्रोजेक्ट अन्य लोगों को दे रहे हैं।