Friday, January 10, 2025
- Advertisement -

भ्रष्टाचार की बुनियाद पर टिका है चेतावाला पुल

  • पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने किया निरीक्षण, चीफ इंजीनियर ने हड़काया
  • जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश ने दिये एप्रोच रोड बनाने के निर्देश

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: जिस सड़क के बनने का इंतजार मेरठ-बिजनौर के सीमा को जोड़ने वाले गांव दशकों से कर रहे थे। उसका निर्माण भ्रष्टाचार की बुनियाद पर कर दिया। विभागिय अधिकारियों की अनदेखी के कारण कार्यदायी संस्था ने एप्रोच रोड की बुनियाद से ही खेल शुरू कर दिया है। मानकों का उल्लंघन सड़क का आधार तैयार करने में ही नजर आने लगा है। आलम यह है कि जहां गंगा कटान को रोकने के लिए डी बनाई जानी थी। वहां मिट्टी डालकर खानापूर्ति कर दी गई।

नतीजा एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा हलके से आवागमन और गंगा जल स्तर में वृद्धि के बाद धराशायी हो गया। भ्रष्टाचार की परत रविवार को पीडब्ल्यूडी के आलाधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सामने आई। मानक के विपरीत सड़क का आधार तैयार करने से की शिकायत ग्रामीणों ने विभागिय अधिकारियों से लगातार की, लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं चली। इस छोटी-सी लापरवाही से सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये की चपत लग गई।

02

बसपा सरकार ने महाभारतकालीन तीर्थ नगरी हस्तिनापुर के विकास के साथ मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद जिलों की सीमा से जुड़े सैकड़ों गांव की दूरी कम करने के लिए 2007 में करोड़ों रुपये खर्च कर गंगा पुल का निर्माण शुरू किया। पुल का अधिकांश कार्य बसपा सरकार में पूर्ण भी हो गया, लेकिन सपा सरकार आते ही वन विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद से जागे और पुल का निर्माण वन आरक्षित क्षेत्र होने के चलते पुल के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी और पुल निर्माण कार्य बंद हो गया।

भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद पुल का निर्माण कार्य वन विभाग को स्वीकृत होने के बाद फिर से शुरू हुआ। इसके साथ पुल पर आवागमन शुरू करने के लिए पुल के दोनों तरफ एप्रोच रोड का निर्माण भी शुरू किया गया। पुल का कार्य तो पुरा हुआ, लेकिन एप्रोच रोड का कार्य आज भी अधर में लटक है। एप्रोच रोड कार्य अधर में लटके हो, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग ने अधिकारियों को गुमराह कर कागजों में एप्रोच रोड का कार्य 97 फीसदी पूरा दिखाकर आवागमन शुरू का दिया था, लेकिन धरातल पर आजतक पुल या एप्रोच रोड का लोकार्पण नहीं हो सका।

जिसके चलते शनिवार को एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा धराशायी हो गया। आवागमन बाधित होने के साथ हजारों लोग गंगा के बीच फंस गये। डीएम दीपक मीणा ने शनिवार को मौके का निरीक्षण किया और एक सप्ताह में मार्ग को सुचारू करने के निर्देश दिये। जिसके बाद रविवार को सुबह पीडब्ल्यूडी और सेतू निगम के अधिकारी मौके पर एप्रोच रोड का कार्य युद्धस्तर पर शुरू करने किये जाने के साथ गुरुवार तक आवागमन सुचारू करने की बात कही।

सात साल में पूरी नहीं हो सकी एप्रोच रोड

भाजपा सरकार आने से पहले ही पुल के दोनों ओर एप्रोच रोड का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। भाजपा सत्ता में आई तो युद्धस्तर पर एप्रोच रोड का कार्य शुरू हुआ और लगभग तीन साल पूर्व लगभग 14 करोड़ की लागत से बनाई जाने वाली एप्रोच रोड का कार्य पूरा हो गया, लेकिन विभागीय अधिकारी आज तक सड़क का लोकार्पण तक नहीं कर सके। जिसका खामियाजा सरकार और जनता को भुगतना पड़ रहा है।

डी बनती तो शायद नहीं होता कटान

शनिवार को एप्रोच रोड के हुए कटान के निरीक्षण के लिए रविवार को मौके पर पहुंचे चीफ इंजीनियर राजीव यादव ने विभागीय अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही कहा कि सड़क निर्माण से पूर्व डी क्यों नहीं बनाई गई। विभागीय अधिकारियों की माने तो एप्रोच रोड में हुए कटान के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होती है, यदि सड़क निर्माण से पहले विभागीय अधिकारी डी बनवाते तो विभाग को करोड़ों रुपये की चपत नहीं लगती।

खुद के सवालों के जवाब में उलझे चीफ इंजीनियर

रविवार को पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की टीम के साथ हस्तिनापुर चांदपुर सीमा को जोड़ने के लिए गंगा पर बनाए गए पुल की एप्रोच रोड के हुए कटान के निरीक्षण के दौरान चीफ इंजीनियर राजीव यादव खुद के सवालों में उलझते नजर आए। जहां एक ओर चीफ इंजीनियर विभागीय अधिकारियों को वर्तमान में कराए जा रहे कार्यों का भुगतान किए जाने के निर्देश दिए।

05

वहीं, पत्रकार वार्ता के दौरान वर्तमान कार्यों को ठेकेदार द्वारा किए जाने की बात कही। वहीं, दूसरी ओर सड़क पर शुरू हुए आवागमन के सवाल पर भी चीफ इंजीनियर उलझे हुए ही नजर आए। बिना विभागीय अनुमति के आवागमन कैसे सुचारु हुआ। यह चीफ इंजीनियर के लिए भी रहस्य की बात नजर आई।

राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने किया मौके का निरीक्षण

रविवार देर शाम राज्यमंत्री दिनेश खटीक दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ भीकुंड के पास धराशायी हुई एप्रोच रोड का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जल्द से जल्द हस्तिनापुर चांदपुर मार्ग सुचारु करने के निर्देश दिए।

03

इस अवसर पर राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार लगातार विकास कर रही एप्रोच रोड को रोकने के लिए बनाए जाने वाले गाइड बांध का निर्माण बहुत जल्द शुरू किया जाएगा।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

एमपीएस ग्रुप के अध्यक्ष ताराचंद शास्त्री का निधन, लोकसभा का लड़ चुके थे चुनाव

जनवाणी संवाददाता | मेरठ: आज शुक्रवार की सुबह मेरठ पब्लिक...

TRP List: टीआरपी लिस्ट में इन शोज ने बनाई टॉप 5 में जगह, अनुपमा की डूबी नैया

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आका हार्दिक स्वागत...

Mahakumbh 2025: कब है महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान,यहां जाने..

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img