जनवाणी संवाददाता |
शामली: उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जनपद मुजफ्फरनगर और शामली के क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की जनपद शामली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आच्छादित है। एनसीआर और निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा संशोधित ग्रेडेड रेस्पोन्स एक्शन प्लान गत एक अक्टूबर से प्रभावी हो चुका है। दिल्ली की एक्यूआई के आधार पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण किये जाने के लिए ग्रेप स्टेज-फोर्थ की कार्यवाही किये जाने के लिए संबंधित विभागों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने गत 3 नवंबर जारी पत्र में निर्देशों का अक्षरश: अनुपालन किये जाने हेतु आदेश दिए हैं।
जनपद शामली में उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 32 प्रमुख वायु प्रदूषणकारी उद्योगों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने के लिए 4 नवंबर को नोटिस जारी किये गए हैं। जिसमें जनपद शामली की मुख्यत: 03 शुगर इकाईयां, 02 पेपर उद्योग, 01 डिस्टिलरी इकाई में आयोग द्वारा अनुमन्य ईंधन बॉयोमस का प्रयोग किया जा रहा है। आयोग के आदेशों के अनुपालन के लिए गठित फ्लाइंग स्कवाड एवं उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निरंतर क्षेत्र में भ्रमण किया जा रहा है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण नियत्रण बोर्ड द्वारा निरीक्षण में दोषी पाये जाने वाले उद्योगों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इधर, जिलाधिकारी जसजीत कौर द्वारा समस्त सम्बनित विभागों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा ग्रेप स्टेज-फोर्ट के अंतर्गत वायु प्रदूषण पर नियंत्रण किये जाने हेतु की जाने वाली समस्त कार्यवाहियां तत्काल प्रभाव से लागू किये जाने हेतु निर्देश दिये गए हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा ऐसे उद्योग, जिनके द्वारा ईंधन के रूप में एलपीजी, सीएनजी, पीएनजी, कोयला आधारित टरबाईन एवं बॉयोमस आदि अनुमन्य ईंधन का प्रयोग किया जा रहा है, उनके संचालन की अनुमति प्रदान की गई है।