नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र में कई पेड़-पौधों व फूलों का जिक्र है। जिन्हें घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है। वहीं धन की देवी लक्ष्मी की कृपा बरसती है। ऐसा ही एक पुष्प ब्रह्म कमल है, जो मां लक्ष्मी के साथ महादेव को बहुत प्रिय है। आइए जानते हैं ब्रह्म कमल को लगाने के फायदे।
ब्रह्मा जी का प्रतीक है ये फूल
इस पुष्प का नाम ब्रह्म कमल है। इसे भगवान ब्रह्मा जी का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि इस फूल को जिसने भी खिलते हुए देख लिया। उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही इसे घर में लगाने से बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं करती हैं।
यहां पाया जाता है फूल
वास्तु शास्त्र के अनुसार ये फूल रूपकुंड, केदारनाथ आदि जगहों पर पाए जाते हैं। इस पौधे को घर में लगाने से दुर्भाग्य दूर होता है। इस फूल को घर के ब्रह्म स्थान पर रखना चाहिए। इसे ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती।
भाग्य बदल जाता है
मान्यता है कि ब्रह्म कमल जैसे-जैसे खिलता है, वैसे ही व्यक्ति का भाग्य चमक उठता है। इस फूल को लगाने से बिगड़े काम सुधरने लगते हैं। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
देवी लक्ष्मी को है प्रिय
ब्रह्म कमल देवी लक्ष्मी को प्रिय है। इसे घर में रखने या पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को अर्पित करने से वे जल्द प्रसन्न होती हैं। सफेद रंग का ब्रह्म कमल शिवजी को भी बहुत प्रिय है।
ब्रह्म कमल के फायदे
- शिवजी ने ब्रह्म कमल से ही जल छिड़कर गणेश जी जीवित कर दिया था। इसीलिए इसे जीवन देने वाला फूल माना जाता है।
- ब्रह्म कमल के पौधे को घर में लगाने से सुख समृद्धि बनी रहती है।
- इस फूल को भगवान ब्रह्मा का प्रतिरूप भी माना जाता है। उनका आशीर्वाद मिलता है।
- माना जाता है कि इसकी पंखुड़ियों से अमृत की बूंदें टपकती हैं। यह घर में सकारात्मक वातावरण निर्मित करता है।
- इसमें कई औषधीय गुण है। यह थकान मिटाने, सर्दी-जुकाम काली खांसी दूर करने और कैंसर के इलाज में भी लाभदायक है।
- इसके राइज़ोम में एन्टिसेप्टिक होता है जिससे जले-कटे, घाव आदि में इसका उपयोग करते हैं।
- पशुओं को मूत्र संबंधी विकार को दूर करने के लिए इसके फूल को जौ के आटे में मिलाकर उन्हें पिलाते हैं।
- गर्म कपड़ों में डालकर रखने से यह कपड़ों में कीड़ों को नहीं लगने देता है।
- हड्डी के दर्द में भी इसका उपयोग करते हैं।
- कहते हैं कि भोटिया जनजाति के लोग गांव में रोग-व्याधि न हो, इसके लिए इस पुष्प को घर के दरवाजों पर लटका देते हैं।
- लिवर और नर्वस सिस्टम के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।