जनवाणी संवाददाता |
गंगोह: एक भट्टे पर ईट निकालते समय ढांग गिर जाने से ईट निकाल रहे एक मजदूर समेत तीन घोड़े दब गए। जब तक ईटों को हटाया जाता तब तक मजदूर व दो घोड़ों की मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह गावं जेहरा स्थित मुनेश कुमार के भट्टे पर ईट निकालने का काम चल रहा था। इसके लिए घोड़े तांगे का प्रयोग किया जा रहा था। तांगे में ईट भर कर उन्हें बाहर लाया जा रहा था। कुछ मजदूर इस काम में लगे हुए थे तथा तांगों में ईट भर रहे थे। करीब दस बजे सुबह अचानक ईटों की ढांग भरभरा कर गिर गई।
ईटों के नीचे गांव इस्सापुर निवासी करीब 50 वर्षीय मजदूर रोशन व तीन घोड़े तांगे सहित दब गए। ढ़ांग गिरते ही मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे तथा ईटों को हटाने के काम में लग गए। वहां से ईटों को हटाकर रोशन को जब तक निकाला जाता तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके अलावा तीनों तांगे भी टूट गए तथा दो घोड़ों की भी मौत हो गई जबकि तीसरा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था।
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली प्रभारी जसवीर सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तथा मृतक को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया आरंभ करने लगे इसी बीच मौके पर जमा भारी भीड़ में कुछ लोग पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने लगे लेकिन कोतवाली प्रभारी के समझाने पर मान गए।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार राधेश्याम शर्मा ने भी परिजन व भीड़ को समझाया। मृतक रोशन के तीन बच्चे रितिक, विशाल व रोशन है जिनमें रितिक मजदूरी करता है तथा दो अन्य पढ़ाई कर रहे हैं। रोशन की मौत की सूचना गांव में पहुंचते ही पत्नी मुकेश व अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।