नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आज महावीर जयंती है। आज इस महोत्सव पर जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है। इस साल महावीर जयंती 04 अप्रैल को है।
भारत में कई जगहों पर जैन समुदाय द्वारा अहिंसा रैली निकाली जाती है। इस अवसर पर गरीब एवं जरुरतमंदों को दान दिया जाता है। कई राज्य सरकारों द्वारा मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद रखने के निर्देश दिए जाते हैं। भारतीय राज्यों में राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।
जानते है भगवान महावीर स्वामी के बारे में…
भगवान महावीर स्वामी का जन्म ईसा से 599 वर्ष पहले कुंडग्राम (बिहार) भारत में हुआ था। वर्तमान में वैशाली बिहार के वासोकुण्ड को यह स्थान माना जाता है। 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ जी के निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त करने के 188 वर्ष बाद इनका जन्म हुआ था।
जैन ग्रन्थों के अनुसार जन्म के बाद देवों के मुखिया, इन्द्र ने मेरु पर्वंत पर ले जाकर बालक का क्षीर सागर के जल से अभिषेक कर नगर में आया। वीर और श्रीवर्घमान यह दो नाम रखे और उत्सव किया। इसे ही जन्म कल्याणक कहते है। हर तीर्थंकर के जीवन में पंचकल्याणक मनाए जाते है। गर्भ अवतरण के समय तीर्थंकर महावीर की माता त्रिशला ने 16 शुभ स्वप्न देखे थे जिनका फल राजा सिद्धार्थ ने बताया था।
भगवान महावीर स्वामी के जन्म से ही दस अतिशय होते है:-
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पसीना न आना
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निर्मल देह
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दूध की तरह सफ़ेद रक्त
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अद्भुत रूपवान शरीर
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सुगंध युक्त शारीर
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उत्तम संस्थान
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उत्तम सहनन
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सर्व 1008 सुलक्षण युक्त शरीर
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अतुल बल
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प्रियहित वाणी
यह अतिशय उनके द्वारा पूर्व जन्म में किये गए तपश्चर्ण के फल स्वरुप प्रकट होते है।
शुभ मुहूर्त
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 03 अप्रैल 2023 को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर होगी। यह तिथि अगले दिन 04 अप्रैल 2023 को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि 04 अप्रैल को प्राप्त हो रही है, इसलिए 04 अप्रैल को ही महावीर जयंती मनाई जाएगी।
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