जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायकों से कहा कि किसी को खराब बताने का प्रयास न करें बल्कि खुद को अच्छा बताने का प्रयास करें। अपने अनुभव के आधार प्रदेश में अपनी बेहतर छवि और पहचान बनाने का काम करें। हम सब अपने सम्मान के लिए बल्कि जनता के सम्मान के लिए काम करते है। श्री महाना आज यहां होटल सेंट्रम में अवध क्षेत्र के विधायकों के साथ संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों को एक दूसरे को समझने का अवसर मिलता है। पहले पूरे पांच साल हो जाते थें और विधायक एक दूसरे को पहचानते भी नहीं थें लेकिन इस तरह के कार्यक्रमों से एक सकारात्मक माहौल बनता है। जिसका लाभ प्रदेश की जनता को भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि विधायिका के प्रति जो दशकों से नकारात्मक भाव बना हुआ है उसे खत्म करने का प्रयास कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। जनता को जोड़ने का प्रयास है जिससे विधायिका के बारे में लोगों जानकारी हासिल हो सके। महाना ने अपने सम्बोधन में कहा कि अब धीरे धीरे आम जनमानस में विधायिका के प्रति बदलाव आ रहा है। श्री महाना ने कहा कि विधानसभा मेे जो कुछ भी बललाव हो रहा है वह विधायिका की गरिमा बढ़ाने के लिए है।
इस मौके पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि अगर विधायिका को अपनी गरिमा को बढ़ाना है तो उसे दूसरा कोई काम नहीं करना चाहिए। केवल जनसेवा ही करनी चाहिए। हम सबको भी अपनी गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। तभी उसे समाज में सम्मान मिलेगा। हम सबका विधायक होना एक समान योग्यता है।
वरिष्ठ सदस्य अवधेश प्रसाद ने कहा कि विधायिका के प्रति जनआस्था आज भी कम नहीं हुई है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का के प्रति आभार जताया और कहा कि आपने विधायिका का सम्मान बढाने का काम किया है। लालजी वर्मा ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब विधायिका का सम्मान बढे़गा। रमापतिशास्त्री ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य एक ऐसी मिसाल पेश करें जिससे कार्यकर्ताओं के साथ अधिकारियों और विधायिका का सम्मान बना रहे।
संवाद कार्यक्रम में उपस्थित प्रेम नारायण पांडे प्रभात कुमार वर्मा, लाल पटेल, राकेश कुमार वर्मा, विनोद सिंह, राज प्रसाद उपाध्याय, सीताराम वर्मा, त्रिभुवन दत्त, राकेश पांडे, अमरेश कुमार, वेंकटेश्वर शरण सिंह, राकेश प्रताप सिंह, मनोज कुमार पांडे, सकेंद्र प्रताप वर्मा, गौरव कुमार, दिनेश रावत, अवधेश प्रसाद, वेद प्रकाश गुप्ता, अभय सिंह, राम मूर्ति बर्मा समेत अन्य विधायकों ने अपने विचार और सुझावों को रखा। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे भी उपस्थिति थे।