- मंगलपांडे नगर में द सीजर फैमिली स्पा में करा रही थी जिस्मफरोशी का धंधा
- महानगर में पुलिस की छत्रछाया से फल-फूल रहा ओयो में जिस्मफरोशी का अवैध धंधा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल के मंगलपांडे नगर स्थित पॉश कालोनी में द सीजर फैमिली स्पा की आड़ में जिस्मफरोशी कराने वाली आयशा खान का पुलिस 50 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा सकी। वहीं, दूसरी ओर महानगर में तमाम ओयो व घरों में बना दिए गए होटलों में जिस्मफरोशी का धंधा पुलिस संरक्षण में फल-फूल रहा है। इनमें स्कूल ड्रेस में नाबालिग बालिकाएं ले जाई जा रही हैं। अपनी ओर से कार्रवाई की पहल के बजाए तहरीर नहीं मिली, ये बात कहकर पुलिस कार्रवाई से भाग रही है।
बीती 19 नवंबर को एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी के निर्देशन पर सीओ सिविल लाइन के साथ पुलिस ने द सीजर फैमिली स्पा पर छापा मारा था। कार्रवाई के दौरान मौके से नौ युवतियों व सात पुरुषों को पकड़ा था। देर रात महिला थाना से सभी पकड़ी गर्इं युवतियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था। इस मामले में संचालिका आयशा को मुख्य आरोपी व किन्नर आनिया उर्फ आलिया को आरोपी बनाया गया था।
किन्नर आलिया उर्फ आनिया समेत मौके से पकडेÞ गए सभी सात पुरुषों को जेल भेज दिया गया था, लेकिन मुकदमे में नाम शामिल किए जाने के बाद भी मुुख्य आरोपी आयशा तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। इस संबंध में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं। शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस का साफ इनकार
शहर में जिस्मफरोशी का धंधा यूनिसेक्स सैलून या फिर स्पा सेंटरों की आड़ में हो रहा है। आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में ज्यादातर थानेदारों ने उनके क्षेत्र में मसाज पार्लर होने से इंकार किया है। आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज चौधरी ने यह जानकारी मांगी थी। बकौल आरटीआई एक्टिविस्ट सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी का उत्तर जनपद के 20 थानेदारों ने दिया है। जिन्होंने उत्तर दिया कि उनमें लालकुर्ती, सदर, कंकरखेड़ा, पल्लवपुरम, टीपीनगर, नौचंदी, मेडिकल, परतापुर, गंगानगर सरीखे थानों के थानेदार भी शामिल हैं।
जिस्मफरोशी का सेंटर बने ओयो होटल
महानगर के ज्यादातर ओयो होटल व घरों में खोले गए छोटे-छोटे जोकि चार छह कमरों वाले होटल जिस्मफरोशी की मंडी बन गए हैं। एक दिन पहले भावनपुर थाना क्षेत्र के किला रोड पर एक ऐसे ही छोटे होटल में नाबालिग छात्रा को लाया गया। उसको लेकर हंगामा हुआ। यह इकलौती घटना नहीं है। ऐसी तमाम घटनाएं हैं, जिनमें तहरीर नहीं मिली कहकर पुलिस कार्रवाई से कन्नी काट लेती है।
द सीजर पर लगा था हनीटैÑप का आरोप
मंगलपांडे नगर स्थित जिस स्पा पर छापा मारा गया था। उस पर हनीटैÑप के जरिए धन वसूली का आरोप लगाया गया था। मामले की शिकायत एसएसपी से की गई थी। ऐसे तमाम मामले इस प्रकार के यूनिसेक्स सैलून में आए होते रहते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में पीड़ित लोकलाज के भय से सामने नहीं आ पाते हैं। जो भी डिमांड की जाती है उसको चुपचाप पूरी करते रहते हैं। जानकारों का तो यहां तक कहना है कि इस प्रकार का सिलसिला लगातार जारी रहता है। एक बार जो भी इस टैÑप में फंस जाता है, वो आसानी से नहीं निकल पाता है।
3.75 लाख रुपये की स्कॉलरशिप का घोटालेबाज स्कूल प्रबंधक गिरफ्तार
मेरठ: ईओडब्लू की टीम ने पौने चार लाख की स्कॉलरशिप का घोटाला करने वाले खुशबू पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सलीम उर्फ सलीमुद्दीन निवासी जाकिर कालोनी को दबोच लिया। ईओडब्लू पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार हुए आरोपी पिछले कई साल से फरार चल रहा था। इससे पहले एक हफ्ते में ईओडब्लू की टीम एक दंपति समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
ईओडब्लू के एसपी डा. राजीव दीक्षित व सीओ धर्मेश कुमार ने बताया गया कि 2009-10 एवं 2010-11 की अल्पसंख्यक प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति को स्कूल द्वारा तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं अन्य की मिलीभगत से धोखाधड़ी करके अल्पसंख्यक छात्रों को वितरित की जाने वाली छात्रवृत्ति की धनराशि को हड़पने की जांच शासन ने ईओडब्लू मेरठ को ट्रांसफर की। जांच अधिकारी की जांच में सामने आया कि सलीम उर्फ सलीमुद्दीन उपरोक्त द्वारा संचालित उक्त संस्थाओं में भारत सरकार द्वारा प्रदत्त की गयी तीन लाख इक्यासी हजार पांच सौ रुपये की छात्रवृत्ति को सह अभियुक्तों के साथ मिलकर गबन कर लिया। ईओडब्लू ने सलीम को गिरफ्तार कर लिया।