जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारत ने अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में कड़ा रुख अपनाते हुए जवाबी शुल्क (Retaliatory Duties) लगाने का प्रस्ताव पेश किया है। यह कदम अमेरिका की व्यापार नीतियों से प्रभावित भारतीय घरेलू उद्योगों की सुरक्षा के उद्देश्य से उठाया गया है।
1.91 अरब डॉलर का टैरिफ एकत्रित किया
बयानों के अनुसार, अमेरिका के इन सुरक्षा उपायों (Safeguard Measures) के चलते भारत से निर्यात होने वाले स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर लगभग 7.6 अरब डॉलर के आयात पर असर पड़ा है, और अमेरिका ने इन पर करीब 1.91 अरब डॉलर का टैरिफ एकत्रित किया है।
भारत ने बनाई ये योजना
इस असमान व्यापार व्यवहार के जवाब में भारत ने अमेरिका से आने वाले कुछ विशेष उत्पादों पर समान शुल्क (Equivalent Tariffs) लगाने की योजना बनाई है, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार में संतुलन स्थापित किया जा सके।
क्या कहते हैं व्यापार विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का यह कदम WTO के नियमों के अंतर्गत वैध है और इससे भारतीय उत्पादकों को प्रतिस्पर्धी बढ़त मिलेगी। साथ ही, यह भारत की बढ़ती वैश्विक व्यापारिक सख्ती और रणनीतिक परिपक्वता का संकेत भी है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने 2018 में राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर विदेशों से आयातित स्टील और एल्युमीनियम पर भारी शुल्क लगा दिए थे, जिसका व्यापक रूप से विरोध हुआ था। कई देशों ने इसे WTO के नियमों का उल्लंघन बताया था।