- युग हस्ताक्षर की काव्य गोष्ठी में कवियों ने रचनाओं से मन मोहा
- हास्य कवि हुक्का बिजनौरी को सम्मानित किया
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: युग हस्ताक्षर साहित्यिक संस्था के तत्ववधान में आयोजित काव्य गोष्ठी में कवियों ने देशभक्ति के साथ वर्तमान हालात पर रचनाएं प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इस मौके पर हास्य कवि हुक्का बिजनौरी को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।
नगर के गुरूनानक कालोनी निवासी जितेन्द्र सिंह कक्कड़ के आवास पर उनकी माता दर्शन कौर की पुण्य तिथि पर प्रधानाचार्य श्याम प्रकाश तिवारी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित काव्य गोष्ठी में सर्वप्रथम मां शारदे को नमन करते हुए दिव्या त्यागी ने कहा कि स्वर शक्ति दे मां शारदे , शारदे मां। इसके बाद किरतपुर की कवित्री अंजलि गोयल ने कहा कि वतन के लिए कभी जीते,वतन के लिए मरते।
डा. बेगराज यादव ने कहा कि हां,मैं एक किसान हूं,उभरता हुआ हिन्दुस्तान हूं। अर्चना चौहान किरतपुर ने कहा कि तू फिर से वीर अभिमन्यु बन। अशोक सविता ने कहा कि जीवन की किताब में हैं पन्ने अनेक,भविष्य के गर्भमें क्या छिपा है जानता नहीं कौन? जितेन्द्र जैन ने कहा कि जिन्दगी प्यार देती है दुलार देती है, जिन्दगी एक हाथ देती है एक हाथ लेती है।
सम्मानित हुए रचनाकार व हास्य कवि हुक्का बिजनौरी ने कहा कि अब तो मुझे प्यार पर विश्वास हो गया,हर दिन मेरे लिए मधुमास हो गया,अब तक जी रहा था लघुकथा की तरह जी रहा था मैं जब से मिले हो तुम उपन्यास हो गया। राजेन्द्र त्यागी ने समाज में बुजुर्गो की स्थिति पर कहा कि भौतिकता के नंगे युग में भूल गया दायित्व आदमी,अब तो बुजुर्गो की अर्थी मजदूर उठाने आएंगे।
जितेन्द्र सिंह कक्कड़ ने कहा कि उदर से जन्मा था माई,सदा प्रणाम करता हूं,दिखाई जो दुनियां तूने प्रभु के नाम करता हूं। प्रमोद शर्मा प्रेम ने कहा कि भुलाया है हमें दिल से, खुशी से बात करता है,जिसे हमसे अदावत है उसी से बात करता है। गोष्ठी में नीरज सिंघल, प्रदीप डेजी,भगीरथ सिंह बिजोगी,राजेश मिश्रा राजू, राजेश गुप्ता,मनोज त्यागी, कुमुद कुमार,दिव्या त्यागी ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सतेन्द्र गुप्ता ने की। गोष्ठी में जय प्रकाश जौली,उमापति गर्ग,आरती तिवारी,मनमोहन सिंह,पूनम अग्रवाल,जितेन्द्र कौर,दिनेश पांडेय,हरपाल सिंह,भोपाल राजपूत,इंदु गुप्ता कमलेश अग्रवाल आदि मौजूद रहे। संचालन कुमुद कुमार ने किया।