- चार दिन पूर्व दो पक्षों में हुआ था खूनी संघर्ष
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: कोतवली क्षेत्र के गांव काठा में हुए जातीय संघर्ष में घायल कृष्ण की मंगलवार को उपचार के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। उसकी मौत का समाचार सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया।
कोतवाली प्रभारी के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। उनका कहना है कि मुकदमे की धाराओं में हत्या की धारा को शामिल कर आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
गांव काठा मेंं गाली गलौच देने से मना करने पर गत शुक्रवार को रामवीर कश्यप व कालू के परिवार के बीच जमकर संघर्ष हुआ था। इस दौरान रामवीर पक्ष के तीन महिलाओं समेत आठ लोग घायल हुए थे। इनमें कृष्ण, विक्की, मोहित, सतपाल, काला, सीता व मनीषा अदि शामिल हैं।
घटना के संबंध में कृष्ण के पुत्र मोहित ने कोतवाली में कालू पक्ष के पप्पू, देवेंद्र कंवर सिंह, सभाचंद, राहुल, रवि, नितिन, दीपक व कालू को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से कृष्ण व सतपाल को गंभीर अवस्था में हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया था।
परिजनों के अनुसार दोनों का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। मंगलवार को उपचार के दौरान कृष्ण की अस्पताल में मौत हो गई है।
इस बात की पुष्टि कोतवाली प्रभारी ने भी की है। कृष्ण की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि सुरक्षा की दÞष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाते हुए आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। कोतवाली प्रभारी का कहना है कि आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।