जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोहिया नगर थाना क्षेत्र की आशियाना कॉलोनी में शुक्रवार की दोपहर को कपड़े के कारखाने में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। आग का तांडव देखकर आसपास के लोगों में बगदाड़ मच गई। चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने घर में फंसे परिवार के लोगों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकला। सूचना पर पहुंची पहुंची फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसे में 20 से 30 लाख रुपये का कपड़ा जलकर राख हो गया है।
आशियाना कॉलोनी में आस मोहम्मद के पुत्र बिलाल व फरमान का तीन मंजिला मकान है। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर दोनों भाइयों ने कपड़े की फैक्ट्री लगा रखी है जबकि उनके परिवार मकान की तीसरी मंजिल पर रहते हैं। शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे आसपास के लोगों ने पहली मंजिल पर आग की तेज लपटें निकलती देखी तो उन्होंने शोर मचा दिया। इस पर वहां अफरा-तफरी मच गई। तीसरी मंजिल से चीख-पुकार की आवाज सुनकर लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। इसके बाद उन्होंने भवन में रास्ते से तीसरी मंजिल पर जाने वाले जीने चढ़कर वहां फंसे बिलाल व फरमान के परिवार के सदस्यों को निकाला। इसी बीच सूचना पर फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां पहुंची। फायर ब्रिगेड ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कारखाना मालिक बिलाल ने बताया कि आग अधिक गर्मी पड़ने के कारण हुए शॉर्ट सर्किट से लगी है। साथ ही, आगजनी में लगभग 20 से 30 लख रुपए का तैयार और कच्चा कपड़े का माल जलकर राख हो गया है।
रात में आग लगने से हो सकता था बड़ा हादसा
आशियाना कालोनी में दिन के समय लगी आग की तेज लपटों को जल्द ही उधर से गुजर रहे लोगों ने देख लिया। इसके बाद उनके द्वारा शोर मचाने पर लोग तीसरी मंजिल पर फंसें बिलाल व फरमान के परिवार को बचाने के लिए जान जोखिम में डालकर आगे आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अगर हादसा रात करीब दो-तीन बजे होता तो दोनों भाइयों के परिवारों की जान जोखिम में पड़ सकती थी। क्योंकि रात्रि में लोग अपने घरों से कम ही संख्या मेें बाहर निकलते हैं। इसलिए समय से लोग आग को देखकर सहायता के लिए आगे नहीं आ पाते इसलिए गंभीर हादसा हो सकता था।