किसी भी भाषा के साहित्य में लेखन की कला सबसे कठिन विधा मानी जाती है। लेखन की कला में किसी लेखक की प्रतिभा की पूर्ण रूप से परीक्षा होती है। यही कारण है कि ऐसा माना जाता है कि लेखन व्यक्ति को परफेक्ट बनाता है। मॉडर्न इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी युग में जबकि सोशल मीडिया हमारे जीवन की एक बेसिक आवश्यकता के रूप में अपनी एक महत्वपूर्ण जगह बना लिया है तो ब्लॉग के माध्यम से अपने लेखन कला को प्रोफेशनल रूप में दुनिया के सामने रखना अब बहुत ही आसान हो गया है।
तकनीकी रूप से ब्लॉग शब्द ‘वेबलॉग’ का संक्षिप्त रूप है। यह वर्ल्ड वाईड वेब पर एक सूचना के आदान-प्रदान का वह साइट है, जिसमें संदेश और समाचार पोस्ट किए जाते हैं। आधुनिक समय में इसका उपयोग राजनीति, सिनेमा, अनुसंधान, विज्ञान, संगीत, कानून, शिक्षा तथा मानवीय उपलब्धियों के सभी विधाओं में विचारों एवं भावनाओं की अभिव्यक्ति के एक सशक्त माध्यम के रूप में किया जाता है। सच पूछिए तो ब्लॉग राइटिंग पर्सनल डायरी राइटिंग जैसा ही होता है जिसमें कोई ब्लॉगर अपनी रूचि के टॉपिक को लिखकर पोस्ट करता है जो दुनिया भर के पाठकों के पढ़ने के लिए अवेलेबल हो जाता है।
जिस प्रकार इंटरनेट पर हम कई साइट्स को खोलकर सूचना प्राप्त करते हैं, ब्लॉग भी किसी ब्लॉगर का खुद का वेबसाइट होता है, जिसे निरंतर अपडेट किया जाता है। व्यापार, राजनीति, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, शिक्षा, बीमा, निवेश, फैशन, सिनेमा, पेज थ्री, कॉस्मेटिक्स सरीखे दुनिया की तमाम खबरें ब्लॉगिंग के माध्यम से दुनिया के सामने रखी जाती हैं तथा शेयर की जाती हैं साथ-साथ ही ओपिनियन भी आमंत्रित की जाती हैं।
आज जबकि पल-प्रति-पल सूचनाएं तेजी से टेलीविजन चैनल्स के स्क्रीन पर डिस्प्ले किए जाते हैं और इंटरनेट के माध्यम से हम खुद को अपडेटेड करते रहते हैं तो ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सफल होने के लिए निम्नांकित बातों को अनिवार्य रूप से अनुसरण करने की जरुरत है –
आकर्षक शीर्षक का चुनाव करें
सच पूछिए तो ब्लॉग का टाइटल इसके लिए कवरिंग लैटर का काम करता है जिसके आधार पर कोई भी पाठक पहली नजर में ही ब्लॉग के कंटेंट और क्वालिटी के बारे में अंदाजा लगा लेता है। एक परफेक्ट ब्लॉग की सफलता में उसके टाइटल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।
ब्लॉग के कंटेंट्स को सूचीबद्ध करना
एक ब्लॉगर जब अपने पोस्ट को उसकी लोकप्रियता और प्राथमिकता के आधार पर सूचीबद्ध कर लेता है तो फिर एक पाठक को उस ब्लॉग के पोस्ट को अपनी जरूरत के आधार पर शॉर्टलिस्ट करने में कोई समस्या नहीं होती है।
ब्लॉग पोस्ट का बाह्य आवरण प्रोफेशनल बनाएं
ब्लॉग का पोस्ट और कंटेंट ऊंचे मानकों का होने के बावजूद यदि उसका आउटलुक आकर्षक नहीं है तो फिर यह अधिक लोकप्रिय नहीं हो पाता है। इसीलिए यह आवश्यक है कि किसी भी कंटेंट को ब्लॉग पर पोस्ट करने के पहले ब्लॉगर को इसके फॉर्मेटिंग और प्रेजेंटेशन पर ध्यान रखना चाहिए।
मल्टीमीडिया का अवश्य प्रयोग करें
ब्लॉग पोस्ट को आकर्षक बनाने के लिए जरूरी आॅडियो-वीडियो और इमेजेज का उपयोग करना अनिवार्य माना जाता है। उदाहरण के लिए यदि कोई ब्लॉगर टूरिज्म विषय के अंतर्गत किसी आकर्षक हिल स्टेशन को प्रेजेंट कर रहा है तो यह कहने की आवश्यकता नहीं होगी कि मुख्य हिल स्टेशंस के इमेजेज के साथ कुछ वीडियो भी जरूर अपलोड किया जाना चाहिए
ब्लॉग कंटेंट पर फोकस्ड होना चाहिए
ब्लॉग पर किसी पोस्ट का कंटेंट जब विषय पर केंद्रित रहता है तो किसी पाठक के लिए यह बहुत लाभप्रद होता है, क्योंकि तब बहुत कम ही समय में एक ब्राउजर अपनी जरूरत के हिसाब से कंटेंट का अध्ययन करके सूचना प्राप्त कर लेता है। उदहारण के लिए किसी पाठक को यदि दक्षिण भारत में किसी प्रसिद्ध मैनेजमेंट कॉलेज के बारे में जानकारी प्राप्त करनी हो तो उसे उत्तर भारत के मैनेजमेंट कॉलेज के बारे में इनफार्मेशन देना उचित नहीं होगा।
ब्लॉग के कंटेंट का आकार बोरिंग नहीं होना चाहिए
आज के तेज रफ़्तार से भागते समय में टाइम मैनेजमेंट के बारे में हर कोई जगरूक रहता है तो किसी ब्लॉगर को भी अपने ब्लॉग पोस्ट के साइज का भी ध्यान रखना चाहिए। वैसे एक हजार शब्दों का कंटेंट किसी ब्लॉग के लिए आदर्श कंटेंट माना जाता है, लेकिन यदि यह चार सौ से पांच सौ शब्दों के बीच में हो तो अधिक सारगर्भित होता है और निस्संदेह अधिक पाठकों के द्वारा पढ़े जाते हैं।
भाषा और इसकी स्टाइल स्पष्ट और वास्तविक होने चाहिए
ब्लॉग के बारे में कहा जाता है कि यह आधुनिक समय का एक ऐसा साहित्य है, जिसमें ब्लॉगर की शख्सियत और चरित्र प्रतिबिंबित होता है। इतना ही नहीं, एक ब्लॉग में ब्लॉगर की भाषा पर कमांड और नॉलेज को व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल करने की योग्यता भी साफ नजर आती है।
इस सन्दर्भ में दो बातों का जरुर ध्यान रखना चाहिए-सबसे पहले तो कंटेंट कहीं से कॉपी की हुई नहीं होनी चाहिए। फिर आप जिस विषय पर लिख रहे हैं उसे और भी वास्तविक बनाने के लिए आप उस डोमेन के विशेषज्ञों से भी सूचनाओं का संग्रह कर सकते हैं। भाषा की स्टाइल आपकी अपनी होनी चाहिए क्योंकि वही आपकी सुंदरता है और उसी में आपकी आइडेंटिटी छुपी होती है।
ब्लॉग में इंट्रो अवश्य लिखें
जर्नलिज्म की दुनिया में इंट्रो का अर्थ किसी कंटेंट के सारांश या मुख्य बिंदूओं से हैं, जिसमें उस कंटेंट का सारांश छुपा होता है। इंट्रो का लाभ यह होता है कि केवल इसे पढ़कर ही कोई पाठक उस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए प्रेरित हो सकता है। किसी भी इंट्रो में आप एक ब्लॉगर के रूप में आर्टिकल के उद्देश्यों के बारे में बता सकते हैं जो पाठक को आगे उस पोस्ट को पढ़ने के लिए प्रेरित कर सके।
ब्लॉग से आय कैसे अर्जित की जाती है?
ब्लॉग से आय अर्जित करना आसान नहीं होता है। वैसे ब्लॉग से आय अर्जित करने के लिए सबसे पहले आपको खुद का वेबसाइट क्रिएट करना होता है। वेबसाइट क्रिएशन के साथ ही इसके डिजाइन, कस्टमाइजेशन, यूआरएल, विज्ञापन, एफिलिएट लिंक्स पर आपका कंट्रोल होता है। इसके बाद आप अपने कंटेंट्स और आर्टिकल को पोस्ट कर सकते हैं।
आपके ब्लॉग के साथ एफिलिएट लिंक को जब भी कोई रीडर ओपन करने के लिए क्लिक करता है तो उससे कमीशन के तौर पर एक निश्चित धन राशि प्राप्त होती है। ब्लॉग के साथ प्रचार के बैनर अपलोड किए जा सकते हैं। विज्ञापन पोस्ट किए जा सकते हैं। स्पोंसर किए हुए कंटेंट्स और इमेजेज पोस्ट किए जा सकते हैं, जिनके बदले में ब्लॉगर को पेमेंट किया जाता है। वैसे कभी-कभी गेस्ट ब्लॉगिंग के माध्यम से भी आय प्राप्त होता है।
इसके विपरीत यदि आप इनकम प्राप्त करने में इंटरेस्टेड नहीं हैं तो आप वर्ड प्रेस डॉट कॉम और गूगल ब्लॉगेर्स पर भी अपने पब्लिकेशन को पोस्ट कर सकते हैं। यहां पर आप अपने कंटेंट्स केवल पोस्ट कर सकते हैं, आपको एफिलिएट लिंक या विज्ञापन पोस्ट करने की इजाजत नहीं होती है
एसपी शर्मा
(लेखक जवाहर नवोदय विद्यालय मिजोरम में प्रधानाचार्य हैं)