- अग्निशमन यंत्र मौजूद लेकिन नहीं आता संचालन कर्मचारी नदारद
- रिकॉर्ड रूम में पत्रावलियों पर जमी धूल, अफसरों को हड़काया
- तहसील कर्मियों को नहीं सरकारी नियमों की भी जानकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अपर आयुक्त वी चित्रा ने तहसील का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वी चित्रा इस बात को लेकर नाराज हो गई कि अग्निशमन यंत्र तो लगे हैं, मगर इनको कर्मचारियों का संचालित करना नहीं आता। रिकॉर्ड रूम में पत्रावलियों पर धूल जमी थी। बड़े बकायदारों की सूची तहसील की दीवार पर नहीं मिली, इसको लेकर भी अपर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की। साथ ही लापरवाह अमीनों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिये। तहसील कर्मियों को सरकारी नियमों की भी जानकारी नहीं थी, क्योंकि कर्मचारी अपर आयुक्त द्वारा पूछे गए सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
तहसील स्थित राजस्व अभिलेखागार का अपर आयुक्त ने निरीक्षण किया, जिसके दौरान पत्रावलियों के बस्ते खुलवा कर देखे गए। रिकॉर्ड रूम में पत्रावली पर काफी धूल पाई गई, जिसको लेकर अपर आयुक्त नाराज हो गई। राजस्व अभिलेखागार में अग्निशमन यंत्र तो लगे थे, मगर कर्मचारियों को उसे संचालन करने का पता नहीं था। इसको लेकर भी अपर आयुक्त नाराज हो गई तथा कर्मचारियों को ट्रेनिंग दिलाने की हिदायत दी।
कार्यालय में कर्मचारियों के पास आईडी कार्ड ना होने पर भी अपर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की और तत्काल सभी कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनवाने के निर्देश दिए गए, जिनमें सामान्य विवरण के अलावा इमरजेंसी संपर्क के लिए कांटेक्ट नंबर और ब्लड ग्रुप इत्यादि जानकारी भी रहे।
10 बड़े बकायेदारों की सूची होगी अंकित
तहसील के 10 सबसे बड़े बकायेदारों की सूची पेंट के माध्यम से तहसील की किसी मुख्य दीवार पर बड़े अक्षरों में प्रदर्शित किए जाने के निर्देश हैं, किंतु तहसील में ऐसी कोई सूची दीवार पर पेंट नहीं कराई गई है, जिस पर तहसीलदार को सचेत करते हुए तत्काल बकायेदारों की सूची दीवार पर पेंट कराने के निर्देश दिए गए। तहसील में कार्यरत संग्रह अमीनों के कार्यों की समीक्षा कर लापरवाह अमीनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
कई वाद काफी वर्षों से पड़े लंबित
न्यायालय तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार न्यायालय का निरीक्षण किया गया और पुराने लंबित वादों की पत्रावलियो का अवलोकन किया गया। पाया गया कि कई वाद काफी वर्षों से लंबित है, जिनका त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। नजारत में कार्यरत नायब नाजिर सुल्लड़ सिंह को लेखा अभिलेखों के रखरखाव में सुधार करने के लिए चेतावनी दी गई।
निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त द्वारा तहसील स्टाफ से शासकीय नियमों की जानकारी के लिए विभिन्न प्रश्न किए गए, किंतु उनका संतोषजनक उत्तर अधिकांश स्टाफ द्वारा नहीं दिया जा सका, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें सचेत किया गया कि अपने मूल दायित्व एवं शासकीय नियमों का भली-भांति अध्ययन नियमित रूप से करते रहें और प्रत्येक कर्मचारी को यह नियम स्मरण रहने चाहिए।
जर्जर भवन की मरम्मत को बजट की मांग
तहसील कार्यालय भवन की मरम्मत आदि के लिए प्रस्ताव तैयार कर राजस्व परिषद, लखनऊ से बजट की मांग करने निर्देश दिए गए। तहसील परिसर में आवश्यकतानुसार सीसीटीवी कैमरे लगवाने के भी निर्देश दिए गए। राजस्व निरीक्षक सुश्री पूजा शर्मा को निर्देशित किया गया कि सभी कर्मचारियों के सेवा रिकॉर्ड अभिलेख नियमित रूप से अपडेट करें।
तहसील कार्यालय परिसर के बाहर की ओर रैपिड रेल दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण कार्यालय में काफी धूल पाई गई। निर्देश दिए गए कि कार्यालय की नियमित रूप से सफाई कराई जाए। प्रत्येक कर्मचारी धूल से बचाओ के लिए मास्क का प्रयोग अवश्य करें। तहसील में आईजीआरएस एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।
आवेदकों की समस्याओं का उच्च गुणवत्ता के साथ तहसील स्तर पर ही निस्तारण किया जाए, ताकि उन्हें उच्च अधिकारियों के समक्ष अपनी शिकायत लेकर न जाना पड़े। इस दौरान एसडीएम संदीप भागिया, तहसीलदार रामेश्वर प्रसाद, नायब तहसीलदार कृष्ण गोपाल मिश्रा, नायब तहसीलदार राधेश्याम गौड़ एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।