- बिना अनुमति के प्रचार सामग्री लगाने पर होगी कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शनिवार शाम देशभर में आचार संहिता लागू होते ही यहां प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। डीएम, एसएसपी व पुलिस अधिकारियों ने नगर का भ्रमण किया और राजनीतिक पार्टियों व नेताओं के होर्डिंग व अन्य प्रचार सामग्रियों को हटवाया गया। यह कार्य देर रात तक चला। उधर, डीएम ने चेतावनी दी है कि यदि किसी भी राजनीतिक पार्टी या नेता, कार्यकर्ता ने अपने या अपनी पार्टी के प्रचार के संबंध की सामग्री लगवाई तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी करने के साथी यहां पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अमले के साथ सड़कों पर उतरे। डीएम दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण बेगमपुल पहुंचे और अधिकारियों को राजनीतिक पार्टियों व नेताओं के होर्डिंग्स उतरवाने वैन प्रचार सामग्री को हटवाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही नगर निगम की टीम ने होर्डिंग, बैनर पोस्टर आदि हटवाए।
उधर, कलक्ट्रेट सभागार में डीएम दीपक मीणा की अध्यक्षता में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आहुत की गई। बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रचार सामग्री, वाहन पास, चेकपोस्ट, पोलिंग बूथ, वेबकास्टिंग, फ्लाइंग स्काउट, रेट लिस्ट, रैली, जनसभा, जुलूस इत्यादि गतिविधियों के लिए अनुमति लेने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी प्रत्याशी या पार्टी बिना अनुमति के कोई प्रोग्राम प्रचार सामग्री या अन्य कोई चुनावी गतिविधि करेगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मतगणना केन्द्र बनाया गया है। मतदान के बाद मतगणना केन्द्र में ईवीएम, वीवीपैट मशीन रखी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सुविधा पोर्टल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित है, जिसके माध्यम से जानकारी अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। पोलिंग पार्टियां विक्टोरिया पार्क से रवाना होगी।
इस अवसर पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, सीडीओ नूपुर गोयल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गामिनी सिंगला, अपर जिलाधिकारी प्रशासन बलराम सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अनिल कुमार, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार सहित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
चार सांसद का 26.70 लाख मतदाता करेंगे फैसला
जनपद की सातों विधानसभा क्षेत्र के 26 लाख 72 हजार 68 वोटर चार लोकसभा सांसदों को चुनने में अपनी भूमिका निभाएंगे। इनमें सरधना के मतदाता मुजफ्फरनगर लोकसभा, हस्तिनापुर के मतदाता बिजनौर लोकसभा, सिवाल खास के मतदाता बागपत लोकसभा और शेष चार विधानसभा क्षेत्र के मतदाता मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद को चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जनपद की सात विधानसभा का परिसीमन इस प्रकार किया गया है
केंद्र में से सिवाल खास सरधना और हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र को अन्य जिलों की लोकसभा के लिए मतदान करना होता है। जैसे सरधना विधानसभा क्षेत्र को मुजफ्फरनगर सिवाल खास को भागवत और हस्तिनापुर को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से जोड़ा गया है। इसके अलावा मेरठ कैंट किठौर मेरठ शहर और मेरठ दक्षिण की चार विधानसभाओं को मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से जोड़ा गया है।
ताजा आंकड़ों के अनुसार मेरठ जनपद में मतदाताओं की अभी तक कुल संख्या 26 लाख 72 हजार 68 हो चुकी है। इनमें 14 लाख 41 हजार 975 पुरुष और 12 लाख 29 हजार 889 महिला वोटर शामिल हैं। वही थर्ड जेंडर 204 और 9827 सर्विस मतदाता है। जेंडर रेश्यो की अगर बात की जाए तो 853 और ईपी रेश्यो 65.84 होता है। इनमें 18-45 आयु वर्ग युवा वोटरों की संख्या 15 लाख 30 हजार 650 है। युवा वोटरों की यह संख्या कुल मतदाताओं का 57.26 प्रतिशत है।
मेरठ जनपद की सातों विधानसभा क्षेत्र में 18-19 वर्ष के 35873 नए वोटर जोड़े गए हैं। यह मतदाता पहली बार ईवीएम मशीन के माध्यम से वोट डालेंगे। दो वर्ष पूर्व 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मेरठ जनपद की सातों विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 26 लाख 25 हजार 849 रही है। जबकि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयार हो रही मतदाता सूची में 90 हजार 566 वोटर और जुड़ चुके हैं।
विधानसभा वार नजर डाली जाए, तो सिवाल खास विधानसभा सीट पर 186967 पुरुष, 155423 महिला, 20 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल तीन लाख 42 हजार 410 वोटर हैं। सरधना में 1980004 पुरुष, 169975 महिला और 46 थर्ड जेंडर मिलाकर तीन लाख 68 हजार 025 वोटर हैं। हस्तिनापुर विधानसभा में 189227 पुरुष, 160148 महिला, 22 थर्ड जेंडर के साथ तीन लाख 49 हजार 897 वोटर हैं।
किठौर में 199279 पुरुष, 168068 महिला, 22 थर्ड जेंडर मिलाकर तीन लाख 67 हजार 369 वोटर हैं। मेरठ कैंट के चार लाख 36 हजार 201 वोटरों में 232325 पुरुष, 203830 महिला और 46 थर्ड जेंडर शामिल हैं। मेरठ शहर विधानसभा क्षेत्र में तीन लाख 13 हजार 565 वोटरों में 169274 पुरुष, 144269 महिला और 22 थर्ड जेंडर शामिल हैं। जबकि मेरठ दक्षिण सीट पर 265742 पुरुष, 227575 महिला और 25 थर्ड जेंडर मिलाकर चार लाख 93 हजार 342 वोटर हैं।
जनपद के 2758 में 609 मतदेय स्थल क्रिटिकल श्रेणी में शामिल
जनपद की सात विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के लिए 2758 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इनमें से 609 यानी 22 प्रतिशत से अधिक मतदेय स्थल क्रिटिकल श्रेणी में रखे गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 98 हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में और सबसे कम 75 सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में रखे गए हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार सिवालखास विधानसभा क्षेत्र बागपत लोकसभा का हिस्सा है,
जहां बनाए गए 371 मतदेय स्थल में 75 (20.22 प्रतिशत) क्रिटिकल हैं। मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में आने वाले सरधना विधान सभा क्षेत्र में 373 मतदेय स्थल में 89 (23.86 प्रतिशत) क्रिटिकल श्रेणी में हैं। बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए 369 मतदेय स्थलों में 98 (26.56 प्रतिशत) क्रिटिकल श्रेणी में शामिल किए गए हैं। मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जनपद के शेष चार विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
इनमें किठौर विधानसभा क्षेत्र में 395 मतदेय स्थलों में 89 (22.53 प्रतिशत) क्रिटिकल, मेरठ कैंट 439 मतदेय स्थलों में 87 (19.82 प्रतिशत) क्रिटिकल, मेरठ शहर विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए 323 मतदेय स्थलों में 77 (23.84 प्रतिशत) क्रिटिकल श्रेणी, मेरठ दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 488 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। जिनमें से 94 (19.26 प्रतिशत) क्रिटिकल श्रेणी में शामिल किए गए हैं।