जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही अंगदपुर निवासी प्रिय श्योराण गत रात्रि सकुशल अपने घर लौट आई है ।बेटी के घर लौटने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है।
जब तक बेटी विदेश में फंसी थी तब तक परिजनों की सांसे अटकी हुई थी।स्वदेश लौटकर प्रिया ने भारत सरकार से मांग की कि देश के हजारो छात्र छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं उनको सकुशल स्वदेश लाया जाए।
बता दे कि अंगदपुर निवासी दीपेंद्र की पुत्रीप्रिया यूक्रेन में दैनिक प्रो यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। हाल ही में फोर्थ सेमेस्टर की छात्रा है ।यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण वहाँ की स्थिति बेहद नाजुक है। बड़ी संख्या में भारत के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि आपातकालीन स्थिति में फ्लाइट टिकट 40,000 से बढ़ाकर 70 से 80000 तक कर दिए गए हैं ।इसके बावजूद भी छात्रों को अपने देश लौटने के लिए टिकट नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने जैसे तैसे करके फ्लाइट की टिकट हासिल कर गत रात्रि देश लौट आई। छात्रा के यूक्रेन में फंसे होने के कारण उनके परिजनों की सांसे अटकी हुई थी।
बेटी के वापस लौटने पर परिजनों ने राहत की सांस ली और उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा ।परिजनों से मिलकर प्रिया की आंखों में भी खुशी के आंसू छलक आए।
प्रिया ने बताया कि यूक्रेन की स्थिति बेहद नाजुक है जहां पर छात्र बेहद डरे हुए हैं और बराबर स्वदेश लौटने के प्रयास में लगे हुए हैं। उनके आने पर मां सुमन ,पिता दीपेंद्र, दादा सहदेव ,दादी इंदु बाला, भाई प्रशांत आदि ने खुशी जताई।