- भारतीय किसान यूनियन अम्बावत ने एसपी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
- टोल पर धरना देने पर जिलाध्यक्ष सहित अन्य पर दर्ज किए गए हैं मुकदमें
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: बड़ा गांव टोल पर किसानों से वसूले जा रहे टोल शुल्क के विरोध में धरना देने पर भारतीय किसान यूनियन अम्बावत के पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके विरोध में भाकियू अम्बावत के पदाधिकारियों ने एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और मुकदमें खत्म करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मुकदमें खत्म नहीं किए गए तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन अम्बावत के जिलाध्यक्ष मनोज प्रधान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बड़ा गांव के टोल पर धरना दिया था। उन्होंने कहा था कि बड़ा गांव टोल पर किसानों से दोगुना शुल्क वसूला जा रहा है। जोकि नियम विरूद्ध है। आसपास के गांवों के किसानों से टोल शुल्क नहीं वसूला जाना चाहिए। क्योंकि एनएचएआई की गाइड लाइन भी यही है। अगर किसान व उनके परिवार के लोग यहां दोगुना टोल शुल्क नहीं देते हैं तो उनके साथ अभद्रता की जाती है।
इसको लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं धरना देकर टोल मैनेजर को ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद अब टोल मैनेजर की ओर से भाकियू अम्बावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। धरना देने पर भाकियू अम्बावत कार्यकर्ताओं पर मुकदमा होने से उनमें आक्रोश पनप गया। बुधवार को वह एसपी कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया।
उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मुकदमें वापस लेने की मांग की है। उन्होंने एसपी से कहा कि टोल मैनेजर को समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया था। वह टोल मैनेजर से बातचीत करने पहुंचे थे, लेकिन उनके साथ वहां अभद्रता की गई, जिसके बाद सभी कार्यकर्ताओं की सहमति से वहां धरना दिया गया था। टोल मैनेजर ने समस्याओं के समाधान के लिए चार दिन का समय मांगा था, लेकिन अब उनकी ओर से मुकदमा दर्ज करा दिया गया, जोकि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाकियू अम्बावत किसानों व क्षेत्र के लोगों का उत्पीड़न नहीं होने देगी। इस दौरान युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष रमन सिंह, जिलाध्यक्ष मनोज प्रधान, कुलदीप, हरेंद्र डागर, प्रदीप त्यागी, शिवम त्यागी, रवि, गौरव आदि मौजूद रहे।