- प्रदेश में क्रिकेट एकेडमी बनने से युवाओं को लाभ
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: क्रांतिधरा में क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले बीसीसीआई के डायरेक्टर प्रो.युद्धवीर सिंह का कहना है कि भामाशाह पार्क को स्टेडियम के रुप में तब्दील करने के लिये तमाम अड़चने मौजूद हैं। इसके लिये कालेज प्रबंधन और अन्य जिम्मेदार लोगों को पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्रिकेट एकेडमियों के बनने से युवा क्रिकेटरों के लिये तमाम रास्ते चालू जाएंगे।
मूल रूप से अमरोहा जिले के निवासी डॉ. युद्धवीर सिंह मेरठ कॉलेज में अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष हैं। वह मेरठ कॉलेज के प्राचार्य भी रह चुके हैं। वह 15 साल से मेरठ जिला क्रिकेट संघ के सचिव हैं। पांच साल उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव का पदभार भी संभाल चुके हैं। शिक्षा के साथ-साथ क्रिकेट में भी उनकी रुचि रही है। उनका कहना है कि कालेज में अध्यापन कार्य के बाद क्रिकेट के प्रति पूरा समर्पण है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई जगहों पर एकेडमी खुल रही है और नई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि विक्टोरिया पार्क को उसकी उपलब्धियों के कारण हर कोई जानने लगा है। इसे स्टेडियम में तब्दील करने के लिये कालेज प्रबंधन के स्तर पर प्रयास जरूरी है।
अभी इसको लेकर तमाम बाधाएं है। यह एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि परिजनों को चाहिये कि बच्चों के शौक को देखकर उनको खेलों में डालें ये नहीं कि क्रिकेट में पैसा देखकर बच्चे को क्रिकेट में डाल देते हैं और बच्चा परेशान रहता है। डॉ. सिंह ने 2000 में अंतर महाविद्यालयीय क्रिकेट टूर्नामेंट से शुरुआत की थी। वह दो बार अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंट के आयोजक सचिव भी रह चुके हैं। उनकी देखरेख में बोर्ड क्रिकेट और मेरठ में पहले भी कई रणजी मैच हो चुके हैं।
क्रिकेट का सफर
- 2005 से 2015 तक मेरठ क्रिकेट संघ के सचिव।
- 2011 में बीसीसीआई म्यूजियम कमेटी सदस्य।
- 2015 में यूपीसीए के संयुक्त सचिव।
- 2016 से 2021 तक यूपीसीए के सचिव।
- 2020-21 से यूपीसीए के निदेशक।
- 2021 में बीसीसीआई वर्किंग ग्रुप में सेंट्रल जोन प्रतिनिधि।