जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: टोक्यो पैरालंपिक में भाविनाबेन पटेल ने इतिहास रच दिया। वह टेबल टेनिस की महिला सिंगल्स स्पर्धा का रजत पदक जीतने में सफल रहीं।
उन्होंने खेल दिवस के मौके पर यह पदक जीतकर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। पैरालंपिक खेलों में टेबल टेनिस स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतने वाली भाविना भारत की पहली पैरा एथलीट हैं। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे देश को नाज है। 29 अगस्त को आज देश में खेल दिवस भी मनाया जा रहा है।
Bhavina wins #IND 1st Medal at #Tokyo2020 #Paralympics
Many congratulations to @Bhavina59068010 on winning🥈with her calm and brilliant performances 👏🏽
🇮🇳 is proud of you!#Cheer4India #Praise4Para@PMOIndia @ianuragthakur @NisithPramanik @ParalympicIndia @DeepaAthlete pic.twitter.com/028jz7XjGF
— SAI Media (@Media_SAI) August 29, 2021
हालांकि भाविना फाइनल में स्वर्ण पदक जीते से चूक गईं। खिताबी मुकाबले में उन्हें चीन की झोउ यिंग ने 3-0 से मात दी। चीनी खिलाड़ी ने यह मैच 11-7, 11-5, 11-6 के अंतर सेस जीता।
झोउ यिंग शुरुआत से ही भारतीय एथलीट पर बढ़त बनाने में सफल रहीं। इसके बाद भाविना ने कई बार वापसी करने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुईं। फाइनल हारने के बावजूद भारतीय टेबिल टेनिस खिलाड़ी भाविना ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
भाविना पटेल के सिल्वर मेडल जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, उल्लेखनीय, भाविना पटेल ने रचा इतिहास, उन्होंने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता इसके लिए बधाई, उनकी जीवन यात्रा प्रेरित करने वाली है और अधिक युवाओं को खेलों की प्रति आकर्षित करेगी।
The remarkable Bhavina Patel has scripted history! She brings home a historic Silver medal. Congratulations to her for it. Her life journey is motivating and will also draw more youngsters towards sports. #Paralympics
— Narendra Modi (@narendramodi) August 29, 2021
फाइनल मुकाबले में चीनी खिलाड़ी ने शुरुआत से ही जबरदस्त खेल दिखाया। उन्होंने पहला गेम 11-7 के अंतर से जीता। जबकि दूसरे में उम्मीद थी की भाविना वापसी करेंगी लेकिन ऐसा हो न सका। दूसरा गेम झोउ यिंग 11-5 से जीतने में सफल रहीं।
इसके बाद तीसरे गेम में भाविना को हर हाल में जीत दर्ज करनी थी लेकिन वह असफल रहीं। तीसरा गेम चीनी खिलाड़ी ने 11-6 के अंतर से जीत स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया। जबकि, भाविना को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह मैच 19 मिनट तक चला।।
दुनिया की नंबर 1 टेबल टेनिस खिलाड़ी झोउ यिंग का कुल मिलाकर पैरालंपिक खेलों में यह तीसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले वह 2008 और 2012 के पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
कुछ भी भाविना पटेल का टोक्यो पैरालंपिक में सफर शानदार रहा। वह अपने खेल से सभी को प्रभावित करने में सफल रहीं। विश्व रैंक में नंबर 12 पर मौजूद भाविना ने पैरालंपिक में दिग्गज खिलाड़ियों को मात दी।