Sunday, June 23, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutबड़ा संकट: जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट खराब

बड़ा संकट: जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट खराब

- Advertisement -
  • गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज कर रहे रेफर, हो रही परेशानी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: भीषण गर्मी में जिला अस्पताल का आॅक्सीजन प्लांट खराब हो गया है, ऐसे में यहां आने वाले गंभीर मरीज जिन्हें आॅक्सीजन लगाया जाना जरूरी है, उन्हें मेडिकल रेफर किया जा रहा है। जिला अस्पताल में करीब दो हजार से लेकर ढाई हजार मरीज रोजाना आ रहे हैं। इनमें 20-25 मरीजों को आॅक्सीजन की सपोर्ट भी देनी पड़ती है। अस्पताल में आॅक्सीजन प्लांट लगा है। इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, पीआईसीयू आदि वार्ड में आॅक्सीजन की व्यवस्था है। इन वार्ड के सभी बेड आॅक्सीजन लाइन से जुड़े हैं, यानी जब जिस मरीज को आॅक्सीजन लगाने की जरूरत है, तो उसे तुरंत उक्त लाइन से पाइप जोड़कर आॅक्सीजन दिया जा सके।

भीषण गर्मी में जिला अस्पताल का आॅक्सीजन प्लांट भी बीमार हो गया। उक्त प्लांट ट्रिप मारकर बार-बार बंद हो जाता है। ऐसे में आॅक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों के इलाज के लिए समस्या खड़Þी हो गई है। जिन मरीजों को आॅक्सीजन की जरूरत है, उन्हें मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। अस्पताल में न तो आॅक्सीजन सिलेंडर उी उचित व्यवस्था है और न आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। ऐसे में मरीजों को मेडिकल कालेज भेजने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा।

गांव नंगला शेखू निवासी शमशेर अली पुत्र मेहरबान अली को उसके परिजन दोपहर को हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचे। वहां स्टाफ ने बताया कि शमशेर की हालत गंभीर है और उसे आॅक्सीजन देने की जरूरत है, लेकिन अस्पताल का आॅक्सीजन प्लांट खराब हो गया है, इसलिए वे शमशेर को एलएलआरएम मेडिकल कालेज ले जाएं। शमशेर के परिजनों ने जिला अस्पताल के कर्मचारियों से वहीं भर्ती करने को कहा, लेकिन कर्मचारी भर्ती करने को तैयार नहीं हुए। आखिरकार उन्हें शमशेर को मेडिकल कालेज ले जाना पड़ा।

01 25

इसी तरह श्रद्धापुरी फेज-दो निवासी बालेन्द्र सिंह, पुत्र किशन सिंह को गंभीर स्थिति में उसके परिजन शाम को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। उसका सांस उखड़ता देख अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे तुरंत मेडिकल कालेज में भर्ती कराने की बात कहकर उन्हें मेडिकल कालेज भेज दिया। बालेन्द्र के परिजनों ने भी इस बात पर ऐतराज किया कि उनका जिला अस्पताल में ही उपचार किया जाए, लेकिन कर्मचारियों ने अस्पताल में भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए। वे भी चंद मिनट बाद शमशेर को मेडिकल कालेज ले गए।

वोल्टेज कम होने से ट्रिप हो रहा आक्सीजन प्लांट: डा. सुदेश

जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुदेश कुमार का कहना है कि आॅक्सीजन प्लांट लो वाल्टेज की वजह से बार-बार ट्रिÑप होकर बंद हो रहा है। जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर रोगी, जिन्हें आॅक्सीजन की जरूरत है, उनकी जान बचाना जरूरी है, इसलिए ऐसे मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। लो वोल्टेज की समस्या के निराकरण के लिए प्रयास किया जा रहा है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments