- अधूरे पुल पर से निकलना होगा मुश्किल
- सिर्फ पैदल चलने वाले कांवड़ियों के लिए ही खुलेगा मार्ग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कांवड़ यात्रा सिर पर है। शासन और प्रशासन तक सभी तैयारियों में जुटे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि कांवड़ियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। बावजूद इसके कुछ स्तरों पर व्यवस्था में झोल है। हालांकि स्थानीय प्रशासन इस झोल को दूर करने में लगा हुआ है, लेकिन समस्या यह है कि यात्रा शुरू होने को है और समस्या का निदान किसी के पास नहीं है।
हापुड़ रोड पर पुल निर्माण कार्य के चलते इस मार्ग पर आवागमन को प्रतिबंधित किया गया है। कमेले के पास पुल का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए जा रहे इस निर्माण कार्य में समस्या यह आ रही है कि आवागमन के लिए फिलहाल तो यह पुल बंद है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने साफ किया है कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए इस पुल पर 10 जुलाई तक एक भाग में स्लैब डाल दिया जाएगा।
जिसके बाद इस पुल पर से सिर्फ पैदल कांवड़िये गुजर सकते हैं। अब सवाल यह है कि इस मार्ग पर पैदल कांवड़ियों के साथ-साथ जत्थों में बड़ी कांवड़ भी गुजरती हैं। जब इस स्थान से सीमित संख्या में ही बारी-बारी सिर्फ कांवड़ियों को गुजरने की इजाजत दी गई है तो ऐसे में बड़ी कांवड़ कैसे गुजरेगी।
इस मार्ग पर हापुड़, खुर्जा, बुलंदशहर व अलीगढ़ से लेकर आगरा तक के कांवड़िये गुजरते हैं। इनमें कई बड़ी व भारी भरकम कांवड़ भी होती हैं। इर्द गिर्द इस मार्ग का कोई अन्य वैकल्पिक मार्ग भी नहीं है। दूसरा यह संवेदनशील क्षेत्र भी है। ऐसे में प्रशासन क्या वैकल्पिक व्यवस्था करेगा इस पर अभी कोई काम नहीं हो पाया है। जबकि कांवड़ यात्रा के लिए उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है।
पीडब्ल्यूडी और प्रशासन के बीच वार्ता जल्द
इस मामले पर लोक निर्माण विभाग प्रशासन से वार्ता कर पूरे मामले का समाधान करेगा। पीडब्ल्यूडी के अभियंता व इस पूरे कार्य के प्रभारी इं. एससी शर्मा ने बताया कि विभागीय अधिकारी इस मुद्दे पर प्रशासन शीघ्र ही प्रशासन के आला अधिकारियों से वार्ता करेंगे।