पहले सप्ताह में तीन की हत्या, सड़क हादसों में छह की मौत, एक आत्मदाह
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इस बार नए साल की शुरुआत ही रक्तरंजित हुई है। सात दिनों में अलग-अलग घटनाओं में 9 की जान चली गयी। इनमें से तीन की हत्या की गयी। एक ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर जान दे दी बाकी की मौत सड़क हादसोें में हुई है। लगातार हो रहे सड़क हादसों से क्षेत्र की सड़कें ‘लाल’ हो रही हैं। आए दिन हो रहे हादसों के कारण लोगों की जिदगी की डोर टूट रही है।
एनएच-58 पर कई लोगों की जान जा चुकी है। लोगों की जान जाने के बावजूद पुलिस-प्रशासन व संबंधित विभागों की ओर इस पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस पहल नहीं की जा रही। कुछ कदम उठाए जाते हैं, लेकिन वह कारगर साबित नहीं होते, जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है। दुर्घटनाएं लापरवाही, तेज गति और नशे में वाहन चलाने के कारण हो रही है।
कोई किसी वाहन से टकरा जा रहा है। खड़ी वाहन में टक्कर मार दे रहा है तो कोई ओवरटेक के प्रयास में टकरा जा रहा है। डिवाइडर से टकरा वाहन पलट जा रहे हैं। दूसरे की लापरवाही से किसी मां की गोद सून हो रही या किसी बच्चे के सिर से पिता का साया छीन जा रहा। किसी की मांग का सिंदूर मिट जा रहा है। कोई अपाहिज तो गंभीर रूप से घायल हो जा रहा है।
महिला समेत तीन की हत्या
साल के पहले ही दिन यानि पहली जनवरी को जानी थाना क्षेत्र में स्पोर्ट्स कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। यह वारदात दो छात्र गुटों के बीच चल रही वर्चस्व की जंग का नतीजा था। गोलीबारी का शिकार हुए स्पोर्ट्स कारोबारी का किसी भी छात्र गुट से कोई संबंध नहीं था। वो बेमौत मारे गए। हालांकि पुलिस ने इस मामले में जो नाम प्रकाश में आए थे उन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
3 जनवरी को भावनपुर क्षेत्र में हत्या कर महिला का शव जंगल में फेंक दिया गया। इस महिला के हत्यारों तक पहुंचना तो दूर की बात अभी तक इसकी शिनाख्त तक नहीं की जा सकी है। इसके अलावा रविवार को हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के किशनपुर में एक युवक की बाइक सवार हमलावरों ने चुनावी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी।
पेट्रोल छिड़ककर दे दी जान
हस्तिनापुर थाना के अलीपुर मोरना गांव निवासी जगबीर सिंह गुर्जर ने मवाना तहसील परिसर स्थित एसडीएम मवाना के कार्यालय में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर जान दे दी। यह मामला पुलिस प्रशासन के गले की फांस बना हुआ है।
सड़क हादसों ने लील ली पांच जिंदगी
नए साल के पहले सप्ताह में अलग-अलग हादसों में पांच जाने चली गर्इं। तीन जनवरी को बेगमपुल से सटे लालकुर्ती थाना के कंपनी बाग के समीप सड़क हादसे में एक शख्स की जान चली गयी। चार जनवरी को परतापुर थाना क्षेत्र के दिल्ली रोड पर बाइक सवार दिलशाद निवासी थाना लिसाड़ीगेट क्षेत्र को तेज गति से आ रहे कैंटर ने कुचल कर मार दिया। इसी दिन दिल्ली रोड पर 187 कंपनी के एक कर्मचारी को ट्रक ने कुचल दिया। इसके अलावा सदर बाजार थाना के माल रोड से सटे आर्मी कैंटीन के सामने अचानक आटो पलट जाने से उसमें सवार युवक की मौत हो गयी, बाकी सवारियां घायल हो गयीं।
पांच जनवरी को खरखौदा थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में मुकुल नामक शख्स की मौत हो गयी। छह जनवरी को इंचौली थाना के लावड़ इलाके में सहारनपुर में तैनात सिपाही देवेन्द्र की ट्रक के साथ हुए सड़क हादसे में जान चली गयी। इस तरह से नए साल के पहले सप्ताह की शुरुआत रक्तरंजित मानी जा रही है। वहीं, दूसरी ओर सर्दी के साथ यदि एक बार फिर कोहरे का कोहराम शुरू हुआ तो सड़क हादसों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।