- चाइनीज मांझा बेचने वालों पर लगेगी गैंगस्टर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हाईकोर्ट तक ने चाइनीज मांझे पर रोक लगा रखी है, लेकिन पुलिस इस मौत के धंधे को रोक पाने में पूरी तरह से विफल है। खानापूर्ति के लिये खैरनगर और गोलाकुआं के पतंग बाजार में छापामारी कर ली जाती है और थोड़े दिनों के बाद चाइनीज मांझा बेखौफ होकर हवा में अठखेलियां खाता रहता है। चाइनीज मांझे के कारण दर्जनों दर्दनाक घटनाएं हो चुकी है।
अभी दो दिन पहले ही कासमपुर निवासी रीना की गर्दन चाइनीज मांझे से कट गई थी। वह अपनी बहन के साथ मकबरा डिग्गी से निकल रही थी। तभी मांझे ने उसकी गर्दन जख्मी कर दी थी। रीना की गर्दन में चालीस टांके लगे थे। आर्थिक तंगी से जूझ रही युवती का इलाज उसकी छोटी बहन करा रही है। किसी की मदद न मिलने पर बहन ब्याज पर पैसे लेकर उपचार करवा रही है। गत वर्ष सितंबर में मोदीपुरम फ्लाईओवर पर चाइनीज मांझा अजय की गर्दन फंस गया था और जब तब वह संभल पाते मांझे ने उनकी गर्दन काट दी।
गर्दन कटने से अजय लहूलुहान हालत में वहीं गिर गए। यह देख आसपास के लोग दौड़े और उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान अजय की मौत हो गई थी। चाइनीज के अलावा धातु मिश्रित मांझा जिंदगी के लिए खतरा बनता जा रहा है। जुलाई 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल ने देशभर में मांझे पर बैन लगा दिया था। इस मौत के मांझे से लगातार लोगों और बेजुबान पक्षियों की जान जा रही है।
इसके बावजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी खामोश बैठे हैं। शहर की वास्तविक स्थिति को देखा जाए तो मांझा आसानी से मिल रहा है। शहर में खत्ता रोड, गोला कुआं, खैरनगर, लालकुर्ती, घंटाघर और पीएल शर्मा रोड पर चाइनीज मांझा बेचा जा रहा है। दुकानदार मांझे से मोटी कमाई कर रहे हैं। 300 ग्राम मांझे की कीमत 250 से 450 रुपये तक है। हालांकि चाइनीज मांझा गोदाम में छिपाकर रखा जाता है।
जानकारी की जा रही एकत्र
चाइनीज मांझा बेचने वालों की जानकारी एकत्र की जा रही है। जो भी दुकानदार चाइनीज मांझा बेचते पकड़ा गया उसके खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मांझे से दर्दनाक घटनाएं हो रही है। पुलिस की सक्रियता बढ़ाई जाएगी। -प्रभाकर चौधरी, एसएसपी