- रोडवेज अड्डे के लिए निर्धारित की गई थी तहसील मुख्यालय के निकट जमीन
- चार दीवारी कराने में आया था करीब 50 लाख का खर्चा
- अब जमीन पर लगाया जा रहा कूड़ा निस्तारण प्लांट
- पुराने निर्माणाधीन प्लांट पर चल रहा कोर्ट में मुकदमा
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: सरधना जितना पुराना कस्बा है, उतना ही नसीब का खोटा है। चुनाव के दौरान सरधना वालों को तमाम सपने दिखाए जाते हैं, लेकिन आज भी यहां के लोग ग्राम पंचायत स्तर वाली मूलभूत सुविधाओं पर जीवन काट रहे हैं। कुछ वर्ष पहले पूर्व विधायक संगीत सोम ने नगर में रोडवेज अड्डा बनवाने का सपना दिखाया था।
वह भी सपना ही रह गया। इस सपने को आंखों में लिए दर्जनों लोगों ने जमीन के आसपास अपने आशियाने सजा लिए। मगर आज उनको पछतावा हो रहा है कि किस बहकावे में किस्मत फोड़ ली। क्योंकि जिस जमीन को रोडवेज अड्डे के लिए निर्धारित किया गया था। आज उसमें नरक अड्डा यानी कूड़ा निस्तारण प्लांट बनाया जा रहा है।
पहले इस जमीन को अस्थाई कूड़ाघर में तब्दील किया गया। इसके बाद यहां कूड़े के पहाड़ खड़े कर दिए गए। अब यहां स्थाई रूप से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया जा रहा है। आबादी के बीच बन रहे इस प्लांट से आसपास के लोगों की जिंदगी नरक होना तय है।
तहसील मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर एक नरक अड्डा बना हुआ है। जिस जमीन पर यह कूड़ाघर बना है। करीब तीन साल पहले पूर्व विधायक संगीत सोम ने इस भूमि को रोडवेज बस अड्डे के लिए निर्धारित करते हुए जल्द अड्डा बनवाने का ऐलान किया था। पालिका द्वारा करीब 50 लाख रुपये की लागत से इस जमीन की चार दीवारी करा दी गई। सपने दिखाए गए थे कि रोडवेज अड्डा बनने के बाद यहां तरक्की आएगी।
इन्हीं सपनों के साथ तमाम लोगों ने यहां आसपास अपने आशियाने बना लिए। सपनों में बसें दौड़ने लगी। जमीनों के दाम आसमान छूने लगे। दिन, महीने और साल गुजरते गए, लेकिन नगर में कोई रोडवेज अड्डा नहीं बन सका। उलटा यह हुआ कि पालिका द्वारा यहां कूड़ा निस्तारण किया जाने लगा।
कुछ ही समय में इस जमीन पर कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए। जमीने से बाहर सड़क तक कूड़ा फैलने लगा। जिससे यहां आसपास रहने वाले लोगों की जिंदगी नरक हो गई। शुरुआती समय में पालिका ने कहा कि अस्थाई रूप से कूड़ा डाला जा रहा है। भराव करके कूड़ा डालना बंद कर दिया जाएगा।
लोगों को लगा कि कुछ दिन की बात है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब पालिका ने निर्धारित बस अड्डे की भूमि पर स्थाई कूड़ा निस्तारण प्लांट लगा दिया है। यानी यहीं कूड़ा डलेगा और मशीन से कूड़ा निस्तारण किया जाएगा। रोडवेज अड्डे की जगह यहां नरक अड्डा बना दिया गया है। पालिका के इस फैसले से आसपास के लोगों का जीवन नरक होना तय है।
पुराने प्लांट पर चल रहा मुकदमा
यह कूड़ा निस्तारण प्लांट झिटकरी रोड स्थित डंपिंग ग्राउंड पर लगना था। टेंडर भी वहीं के लिए छोड़ा गया था। अभी निर्माण आधा ही हुआ था कि कुछ लोगों ने जमीन पर दावा करते हुए कोर्ट से स्टे ले लिया। जिसके चलते लंबे समय से यहां कूड़ा निस्तारण प्लांट का कार्य अधर में लटका हुआ है। उसी टेंडर पर पालिका ने तहसील रोड पर प्लांट लगवा डाला।
सरधनावासियों की क्या गलती?
कस्बे का इतिहास बेहद पुराना है। मगर विकास के नाम पर कस्बा हमेशा उपेक्षा का शिकार हुआ है। अफसोस की बात है कि आज तक कस्बे को रोडवेज बस अड्डा नहीं मिल सका है।
सड़कों पर खड़ी होती हैं बस
राडवेज बस अड्डा न होने के कारण बसें सड़कों पर खड़ी होती है। बिनौली रोड, देवी मंदिर व मेरठ रोड से सवारी बैठाई और उतारी जाती है। जिसके चलते लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।
झिटकरी रोड स्थित डंपिंग ग्राउंड की भूमि पर कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया जा रहा था। मगर वर्तमान में उक्त भूमि को लेकर कोर्ट में वाद चल रहा है। इस कारण वहां प्लांट नहीं लग सका। प्लांट लगाने के लिए काफी समय पहले ठेका छोड़ा गया था। प्लांट रोडवेज के लिए निर्धारित जमीन पर लगाया जा रहा है। ताकि कूड़े का निस्तारण हो सके। लोगों को गंदगी से निजात मिल सके। -सबीला अंसारी, चेयरपर्सन नगर पालिका सरधना