जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 13वां दिन है। किसानों की सरकार के साथ बुधवार को यानी कल छठे दौर की बातचीत होनी है। इससे पहले हरियाणा के किसान दो गुटों में बंट गए हैं। 1.20 लाख किसानों ने सरकार को चिट्ठी लिखकर कृषि कानूनों का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा है कि नए कानूनों को वापस नहीं लेना चाहिए। हरियाणा के फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस से जुड़े किसानों ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने किसानों के सुझावों के मुताबिक कानूनों में संशोधन करने की सिफारिश की है।
किसानों ने कहा, आम आदमी को परेशान नहीं होने देंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे। जो लोग 2-3 घंटे के लिए बंद में फंस जाएंगे, हम उन्हें पानी और फल पहुंचाएंगे।
11 बजे से चक्काजाम
किसानों का कहना है कि बंद सुबह से शाम तक और चक्का जाम सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि ऑफिस आने-जाने वालों को दिक्कत नहीं हो। हालांकि, एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाओं और शादियों में लगी गाड़ियों को नहीं रोका जाएगा। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
राजस्थान में डेयरी: अस्पताल और दवा दुकानें खुली रहेंगी
दूध की सप्लाई, अस्पताल, मेडिकल स्टोर और एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी।
फल-अनाज: 247 कृषि उपज मंडियां बंद रहेंगी। मुहाना मंडी में हरी सब्जी का ब्लॉक बंद रहेगा, आलू-फल ब्लॉक खुलेगा।
ट्रांसपोर्ट: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश संयोजक और जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स चेंबर के प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर बंद में हिस्सा लेंगे।
राजस्थान के सभी 7 लाख ट्रक ट्रेलर और सभी तरह के कमर्शियल वाहन नहीं चलेंगे। बंद में करीब 13 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियां शामिल होंगी। जयपुर में 1400 लो फ्लोर-मिनी बसें और 20 हजार ऑटो-रिक्शा नहीं चलेंगे।
हरियाणा में 14.5 लाख वाहन नहीं चलेंगे
चक्काजाम के दौरान राज्य के करीब 14.5 लाख से ज्यादा कमर्शियल वाहन नहीं चल पाएंगे। मंडियां भी बंद रहेंगी। किसानों ने फल, दूध और सब्जियों की सेवा रोकने का फैसला किया है। फिर भी किसान संगठनों ने अपील की है कि किसी को बंद में शामिल होने के लिए मजबूर न किया जाए। राज्य सरकार ने बंद को देखते हुए सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां तैनात की हैं।
हरियाणा में ट्रेनों पर असर नहीं
सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी आएंगे, लंच के समय विरोध करेंगे। बैंकों पर असर नहीं होगा। ट्रेनों पर असर नहीं होगा। बसें दिल्ली-पंजाब नहीं जाएंगी। सरकारी कंपनियों के पेट्रोल पंप खुलेंगे। बाजार कुछ समय के लिए बंद हो सकते हैं।
पंजाब में पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे
मेन बाजार, दुकानें, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। बैंक और सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे। प्राइवेट बसें बंद रहेंगी। सरकारी बसें 11 से 3 बजे तक नहीं चलाई जाएंगी।
पूरे गुजरात और नोएडा में धारा 144 लागू
गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी में जबरदस्ती बंद कराने पर कार्रवाई होगी। गुजरात और नोएडा में धारा 144 लागू है। हरियाणा में खाप पंचायतें बंद कराएंगी। राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और दक्षिण के कई राज्यों में भी बंद रहेगा। कानूनों को केरल सरकार सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।