शारजाह, भाषा: चेन्नई सुपरकिंग्स का इंडियन प्रीमियर लीग के इस सत्र में अभियान बद से बदतर होता जा रहा है और शुक्रवार को यहां होने वाले मुकाबले में गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ उम्मीद है कि वह अपने कुछ युवा खिलाड़ियों को आजमाए।
हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली हार के बाद स्वीकार किया कि सत्र उनके लिये शायद खत्म हो चुका है लेकिन टीम अगर अपने बचे हुए चारों मैच जीत ले तो भी वह 14 अंक हासिल कर सकती है जिससे उन्हें अगर-मगर से प्लेआॅफ में जगह बनाने का मौका मिल सकता है। जैसा कि मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि उनकी उम्रदराज खिलाड़ियों से भरी टीम पिछले दो सत्र में अच्छा करने के बाद अब चमक खोती जा रही है जिसने 2018 में खिताब जीता और फिर अगले साल फाइनल में प्रवेश किया। टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में मुंबई इंडियंस पर जीत हासिल करने के बाद उसके लिए चीजें खराब होती रही। टीम को राजस्थान रॉयल्स के हाथों करार शिकस्त झेलनी पड़ी और अब ड्वेन ब्रावो भी उसके साथ नहीं होंगे जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। राजस्थान के खिलाफ उसके बल्लेबाज जूझते दिखे और अब देखना बाकी होगा कि टीम नए खिलाड़ियों को मौका देगी या नहीं क्योंकि सोमवार को मिली हार के बाद धौनी ने इसका संकेत दिया था। फॉफ डु प्लेसिस को छोड़ दें तो धौनी भी अन्य खिलाड़ियों की तरह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए। टीम के लगातार केदार जाधव को खिलाने के फैसले की भी काफी आलोचना हुई जो जूझते नजर आये और अब यह देखना होगा कि उनकी जगह एन जगदीशन या ऋतुराज गायकवाड़ को उतारा जाएगा या नहीं। लेकिन टीम शानदार फार्म में चल रही मुंबई इंडियंस के खिलाफ होगी जो लगातार पांच मैचों में जीत के बाद शानदार लय में थी लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब ने उसकी इस लय को तोड़ दिया और रविवार की रात दो सुपर ओवर में जीत हासिल की। चार बार की आईपीएल चैंपियन शानदार फार्म में हैं और गेंदबाजी आक्रमण में वैरिएशन की मौजूदगी से वह चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं जिनका आत्मविश्वास वैसे ही गिरा हुआ है। शारजाह पर विकेट के धीमा होने से चीजें बदलती हुई दिख रही हैं। साथ ही मुंबई इंडियंस के लाइन में क्विंटन डि कॉक अच्छी फार्म में हैं जबकि रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने भी अच्छा किया।