Monday, January 20, 2025
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हिंदू संगठन पर संगीन धारा में मुकदमा दर्ज

  • नवाब सिंह लखवाया को देखने पहुंचे विधायक
  • एसपी सिटी से विधायक ने की बात, निष्पक्ष कार्रवाई करने के आदेश

जनवाणी संवाददाता |

कंकरखेड़ा: गुरुवार को डबल स्टोरी के निकट कब्रिस्तान में शव दफनाने के दौरान सांप्रदायिक बवाल हो गया था। इस मामले में विशेष समुदाय के लोगों ने हिंदू संगठन के नवाब सिंह लखवाया दुष्यंत रोहटा पर हमला कर दिया था। घायल नवाब सिंह लखवाया को देखने के लिए कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल अस्पताल पहुंचे। यहां पर दुष्यंत रोहटा ने विधायक को बताया कि उन पर अल्लाह हू अकबर बोलकर लाठी-डंडों से हमला किया गया था। पुलिस ने अपनी तरफ से हिंदू संगठन के तीन लोगों को नामजद करते हुए करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल ने एसपी सिटी से वार्ता कर इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की बात कही है।

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डिफेंस एनक्लेव डबल स्टोरी के निकट कब्रिस्तान और एमडीए की भूमि पर गुरुवार को मुस्लिम समुदाय और लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक के बीच कुछ विवाद हो गया। लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक डा. सागर तोमर ने पुलिस को बताया कि उन्होंने मेरठ विकास प्राधिकरण से 1192 वर्ग मीटर जमीन कुछ दिन पूर्व खरीदी थी, जबकि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बताया कि यहां कब्रिस्तान की भूमि है। इंस्पेक्टर ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। बाद में शव को वहीं दफना दिया गया।

इस मामले में भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा और नवाब सिंह लखवाया और बाद में हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही और संजय वर्मा भी पहुंच गए। पुलिस और हिंदू संगठन के लोगों में नोकझोंक हुई। बाद में विशेष समुदाय के लोगों ने नवाब सिंह लखवाया और दुष्यंत रोहटा पर हमला बोल दिया।

इस घटना में नवाब सिंह लखवाया की हालत गंभीर है। उनकी दाईं आंख और कमर पर काफी चोट लगी है। फिलहाल नवाब सिंह लखवाया शोभापुर स्थित दर्शन हॉस्पिटल में अपना उपचार करा रहे हैं। कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल शुक्रवार सुबह नवाब सिंह लखवाया को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हिंदू संगठन पर दबाव बनाया तो विशेष समुदाय के लोगों ने उन पर हमला कर दिया। विधायक ने इस संबंध में एसपी सिटी से वार्ता की है।

हिंदू संगठनों में आक्रोश, बवाल की निंदा

नवाब सिंह लखवाया पर हुए हमले को लेकर हिंदू संगठनों में आक्रोश है। शुक्रवार को घायल नवाब सिंह लखवाया को देखने, विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिंदरपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, भाजपा जिला ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष आशीष चपराना, हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही, पराग डेयरी के चेयरमैन योगेंद्र सिंह, सांसद प्रतिनिधि कपिल शर्मा, पूर्व पार्षद ऋषिपाल, रोहटा रोड व्यपार संघ अध्यक्ष सुशील कुमार, उरेन्द्र प्रधान, राकेश प्रधान, देव कुमार मलिक, पूर्व भाजपा मंत्री प्रमोद गोयल आदि पहुंचे।

हिंदू संगठन पर मुकदमा दर्ज

पुलिस ने इस मामले में भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा, हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही और संजय व 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, दफन कार्य में बाधा पहुंचाने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और मुस्लिमों को धमकी देने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने अपनी तरफ से धारा 153 ए और 297 आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। वही उमेश कुमार की तरफ से नवाब सिंह लखवाया पर हुए हमले में धारा 147 148 और 308 में दर्ज किया गया है।

भीड़ से जान बचाकर भागे जेई

जिस जमीन को लेकर विवाद पैदा हुआ हैं, उस जमीन को देखने के लिए एमडीए के जेई नरेश सिसौदिया बिना फोर्स लेकर पहुंच गए। जेई जब पहुंचे, तब पांच लोग मौके पर थे। दस मिनट के भीतर यहां पर पांच सौ लोग पहुंच गए। जेई को लोगों ने घेर लिया। जेई को भीड़ यहां से जाने नहीं दे रही थी। जेई ने खुद को फंसा देखकर हाथ जोड़े और माफी भी मांगी।

इसके बाद ही भीड़ ने जेई को जाने दिया। जैसे ही जेई भीड़ से बचकर निकले, तभी बाहर एमडीए के एक्सईएन अरुण शर्मा आ गए। एक्सईएन को जेई ने पूरी कहानी बतायी, जिसके बाद एक्सईएन व जेई गाड़ी में बैठकर लौट गए। इस तरह से विशेष समुदाय के लोग कब्रिस्तान की जमीन को लेकर लड़ने-मरने के लिए तैयार हैं। जमीन को एमडीए की बताने पर झगड़ा करने पर लोग उतारू हो जाते हैं।

यह घटनाक्रम दोपहर दो बजे का हैं। जेई ने इसकी सूचना कंकरखेड़ा थाने में भी दी, जिसके बाद कहा गया कि एमडीए के अधिकारियों को मौके पर फोर्स लेकर जाना चाहिए था। बता दे, एनएच-58 पर स्थित श्रद्धापुरी फेज-2 में एक विशेष सम्प्रदाय का कब्रिस्तान हैं। इसी में एमडीए अपनी 1200 मीटर जमीन बता रहा हैं। इसी को लेकर एमडीए और विशेष सम्प्रदाय के बीच टकराव के हालात बने हुए हैं। इस जमीन को एमडीए ने डा. सागर तोमर को आवंटित कर दिया है। डा. सागर ने जमीन का आवंटन नर्सिंग होम बनाने के लिए किया हैं।

जमीन की जांच को डीएम ने गठित की टीम

साम्प्रदायिक बवाल की घटना को डीएम के.बालाजी ने गंभीरता से लिया हैं। डीएम ने प्रकरण की जांच करने के लिए दो सदस्य कमेटी गठित कर दी हैं। इस कमेटी में एसडीएम सदर व सिटी मजिस्ट्रेट को शामिल किया गया है। दोनों अधिकारी यह जांच करेंगे कि जमीन एमडीए की है या फिर कब्रिस्तान की। सच जो भी होगा, वह जांच में सामने आ जाएगा। यह जांच डीएम ने गुरुवार को हुए बवाल के बाद बैठाई हैं।

उधर, लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक डा. सागर तोमर की तरफ से भी प्लाट पर कब्जा कर कब्र खोदकर शव दफनाने के खिलाफ कुछ लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी हैं। गुरुवार को भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया, सिरोही समेत कई भाजपा नेता कब्रिस्तान में पहुंच गएथे तथा शव दफनाने का विरोध किया था। इसके बाद ही विशेष सम्प्रदाय के लोगों की भीड़ ने भाजपा नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। इस घटना के बाद बवाल हो गया था। पुलिस ने कई भाजपा नेताओं को हिरासत में भी लिया था। एमडीए की टीम भी इसको लेकर डीएम से मिलेगी तथा अपना पक्ष रखा जाएगा। इसके प्रमाण भी दिये जाएंगे, जिसमें जमीन एमडीए की है, यह साबित किया जा सके।

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