- इंजीनियरिंग के छात्र ने लगाई थी फांसी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सीसीएसयू के सर छोटूराम बीटेक इंजीनियरिंग कालेज के छात्र के आत्महत्या के मामले में छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन कर शव को हॉस्टल के गेट पर रखकर हंगामा करने के आरोप में मेडिकल पुलिस ने कई छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की इस कार्रवाई पर छात्रों ने पुलिस प्रशासन पर छात्रों के हक की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है।
मंगलवार को सीसीएसयू परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्टल में सुबह के वक्त इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर छात्र प्रशांत पांडे पुत्र मग्राल पांडे ने द्वितीय तल के कमरा नंबर-99 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले छात्र प्रशांत नहाने के बाद करीब साढ़े आठ बजे अपने कमरे में गया था। उसके रुम पार्टनर और अन्य हॉस्टल के छात्रों ने उसे बीटेक कालेज में क्लास करने के लिए पूछा था, लेकिन उसने क्लास में जाने से मना कर दिया था। करीब साढ़े दस बजे रुम पार्टनर कालेज से लौटे तो अंदर का दरवाजा बंद पाया।
दरवाजे को बाहर से खटखटाया गया तो कमरे से कोई आवाज नहीं आई। छात्रों को किसी बात की आशंका हुई तो उन्होंने कमरे के रोशनदान से झांककर देखा तो छात्र प्रशांत का शव पंखे के कुंदे पर फांसी पर झूल रहा था। यह देखकर छात्रों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। प्रशांत का शव गमछे के सहारे पंखे के कुंदे पर लटका हुआ था। प्रशांत की मौत पर तमाम छात्रों ने विवि प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए हंगामा कर शव को हॉस्टल के मेनगेट पर रख प्रदर्शन किया था। इसके बाद तमाम छात्रों ने विवि के मेनगेट पर हंगामा प्रदर्शन करते हुए धरना देकर बैठ गए थे।
धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों छात्रों की मेडिकल पुलिस और पुलिस अधिकारियों से नोंकझोंक हुई थी। मेडिकल पुलिस ने छात्र के हक की आवाज उठाने पर पांच छात्रों को नामजद करते हुए 25 छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है। छात्र नेता शान मौहम्मद ने बताया कि छात्र के हक की आवाज उठाने के बाद विवि प्रशासन ने मृतक के परिवार को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया। तीन घंटे तक गेट पर बैठ कर धरना प्रदर्शन किया। उस समय तक वीसी नहीं आई। जब सभी छात्र धरने से उठे तो बाद में वीसी आई और मृतक छात्र की बहन को कैम्पस में नि:शुल्क शिक्षा का आश्वासन दिया।
छात्रों की आवाज दबाने के लिए विवि प्रशासन ने पुलिस को आगे कर उन पर मुकदमा दर्ज कर दिया था। विवि प्रशासन का तानाशाही वाला रवैया अपनाया जा रहा है। छात्र आत्महत्या में चीफ वार्डन और विवि प्रशासन पर कार्रवाई होनी चाहिए। मेडिकल पुलिस ने छात्र नेता शान मौहम्मद ,रोहित नानपुर, अक्षय बैंसला, हर्ष ढाका, प्रशांत चौधरी सहित 20-25 अज्ञात छात्रों पर धारा 147, 341, 342, 504 में मुकदमा दर्ज किया है।
ट्रक ने महिला को कुचला, बाल-बाल बचा बेटा
मेरठ: मेडिकल थाना क्षेत्र प्रवेश विहार के सामने तेजगति से आ रहे एक ट्रक ने बाइक पर सवार महिला और उसके बेटे को टक्कर मार दी। हादसे के दौरान महिला ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। जिस पर उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं उसका बेटा बाल-बाल बच गया। टक्कर मारकर ट्रक लेकर भागने वाले चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला के शव को मेडिकल मोर्चरी के लिए भिजवाया। हादसा इतना वीभत्स था कि राह चलते किसी से देखा नहीं गया।
परतापुर थाना क्षेत्र गांव अच्छरौंडा निवासी ममता बेटे टिक्की के साथ बाइक पर तेजगढ़ी स्थित के पास किसी निजी हॉस्पिटल में रिश्तेदार को देखने आई थी। जब मां-बेटा हॉस्पिटल से बाइक पर घर के लिए लौट रहे थे। तभी मयूर विहार के सामने ममता और उनका बेटा बाइक पर पीवीएस की ओर जा रहे थे। करीब रात साढ़े नौ बजे तेजगढ़ी की ओर से तेजगति से एक ट्रक ने मां-बेटे की बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही ममता ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। वहीं, उनका बेटा बाइक से दूसरी ओर गिरकर घायल हो गया।
ट्रक का पहिया महिला के शरीर पर चढ़ गया। जिस पर ममता की मौके पर मौत हो गई। वहीं, चालक ट्रक लेकर मौके से भागने लगा, लेकिन लोगों ने पीछा करते हुए पीवीएस पुलिस चौकी पर पुलिस की मदद से ट्रक चालक को ट्रक सहित दबोच लिया। उधर, हादसे की सूचना पर मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंची और महिला के शव को मेडिकल मोर्चरी भिजवाया। वहीं, महिला के बेटे टिक्की को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों को हादसे की खबर मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परिजन मेडिकल थाना और घायल टिक्की के पास हॉस्पिटल पहुंचे। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की है।