- सस्ते के लालच में महरूम रह गए हज यात्रा से रकम भी गयी फंस
- लालकुर्ती के तीन, खरखौदा के दो लोगों को हैदराबाद एयर पोर्ट से लौटाया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एजेंट के जाल में फंसकर मेरठ के 10 लोगों का हज का सपना टूट गया। साथ ही बड़ी रकम भी फंस गई। हैदराबाद एयरपोर्ट पर दो दिन बंधक अवस्था में रहकर इन्हें वापस भेज दिया गया। सबसे दुखद पहलू तो यह है कि इन सभी का हज कमेटी की मार्फत यात्रा का वीजा भी लग गया था, लेकिन एजेंट के झांसे में ऐसे फंसे कि हज यात्रा तो दूर की बात रही फजीहत हुई सो अलग।
सस्ती हज यात्रा का लालच देकर एक गिरोह ने मेरठ के 10 लोगों का हज करने का सपना तोड़ दिया। इनमें से एक ही परिवार के तीन लोग सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोतीगंज इलाके के हैं और सात लोगों हापुड़ रोड पीपली खेड़ा के हैं। ये सभी सस्ती हज यात्रा कराने वाले गिरोह के जाल में फंस गए, जिसके बाद हज करने का सपना ही नहीं टूटा बल्कि इनसे जो रकम ली गयी, वह भी पूरी वापस नहीं दी गयी। सदर के सोतीगंज जगदीश शरण वाली गली में मोनू का परिवार रहता है। मोनू, उनकी माता जमीला व पत्नी का हज यात्रा का विजा लग गया था।
इनके साथ ही पीपली खेड़ा के भी सात लोगों का वीजा लग गया था। हज कमेटी की मार्फत 15 मई को जद्दा के लिए फ्लाइट थी। उसके लिए साढेÞ तीन लाख रुपए प्रति व्यक्ति सरकार के खाते में जमा करने थे, लेकिन उससे पहले ही ये सभी लोग सस्ती हज यात्रा करने वाले गिरोह के झांसे में जा फंसे। सोतीगंज निवासी भुक्तभोगी मोनू ने बताया कि जब उनका वीजा लग गया तो उनके नंबर पर एक कॉल आयी।
कॉल करने वाले शख्स ने अपना नाम देहलीगेट थाना क्षेत्र के जलीकोठी निवासी इमरान बताया। आरोप है कि इमरान ने इनसे कहा कि साढ़े तीन लाख खर्च की जरुरत नहीं केवल ढाई लाख में बहुत अच्छे से हज यात्रा करा देगा। उसी में खाना ठहरना आना जाना सब हो जाएगा। नौ मई को दिल्ली से करीब दो दर्जन लोगों का एक जत्था फ्लाइट में सवार हुआ। सब की आंखें खुशी से चमक रही थीं, जिंदगी भर की मुराद पूरी हो होने जा रही थी, लेकिन ऐसा हो ना सका।
हैदराबाद में दो दिन रहे बंधक
इन सभी को इमरान का भाई जुनैद लेकर चला था। दिल्ली से ये लोग हैदराबाद जा पहुंंचे। वहां से दूसरी फ्लाई में सवार हो गए, लेकिन कुछ देर बाद इनके जत्थे को फ्लाइट से उतार दिया गया। किसी के कुछ समझ में नहीं आया। कई घंटे बाद एक अफसर इनसे मिलने आया। उसने साफ कह दिया कि आप लोग जद्दा नहीं जा सकते। वहां फिलहाल जो हज के लिए जा रहे हैं उन्हीं को केवल हज कमेटी की मार्फत अनुमति है। अफसर ने जो इन्हें बताया उससे इन सभी के पैरों तले जमीन खिसक गयी। इस अफसर ने बताया कि उनमें से किसी का भी हज वीजा नहीं लगा है।
उनके पास जो वीजा है वह विजिट वीजा है। यह सुनकर वहां पर मौजूद ऐजेंट जो इनके साथ चल रहा था इन्होंने उसको घेर लिया। खूब हंगामा हुआ और दो दिन तक हैदराबाद एयरपोर्ट पर बंधक अवस्था में रहने के बाद एयरपोर्ट से ही फ्लाईट में चढ़ाकर वापस दिल्ली भेज दिया। वहीं, इस संबंध में पीपलीखेड़ा की रिहाना ने बताया कि जैसा एजेंट कहता रहा उनके साथ गए लोग वैसा ही करते रहे। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि हज कमेटी की मार्फत जाना बेहतर होता है।