दांतों में कई कारणों से सड़न हो सकती है। इस सड़न को आम भाषा में कीड़े लगना भी कहते हैं। ज्यादातर पीछे वाले दांतों में यह सड़न होती है जो अंदर ही अंदर दांतों को खोखला कर देती है। दांतों की सतह पर काले रंग के तिल के आकार की कैविटी नजर आती है।
इस कैविटी से दांत खोखले होने से उनके टूटकर गिरने की नौबत आ जाती है। वहीं, दांतों में दर्द, मुंह से खून होना और दांतों का पीलापन जैसे लक्षण भी नजर आने लगते हैं। इस कैविटी को दूर करने या कहें इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं।
कैविटी के घरेलू उपाय
लौंग का तेल: दिन में 2 से 3 बार लौंग का तेल इस्तेमाल करने पर कैविटी ठीक होने में मदद मिल सकती है। इस तेल के एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों की सड़न को दूर करने में कारगर हैं। रूई में लौंग का तेल डालकर कैविटी वाले दांत पर सीधे लगाया जा सकता है।
अमरूद के पत्ते: एंटीमाक्रोबियल गुणों से भरपूर अमरूद के पत्तों को कैविटी दूर करने में अच्छा माना जाता है। इन पत्तों को आप माउथवॉश की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। माउथवॉश बनाने के लिए अमरूद के पत्तों को छोटे टुकड़ों में तोड़कर पानी में उबाल लें। इस पानी को आप कुल्ला करने के काम में ले सकते हैं।
लहसुन: मुंह की सेहत बनाए रखने और कैविटी से छुटकारा पाने के लिए लहसुन का इस्तेमाल किया जा सकता है। लहसुन को आप अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इसे रोजाना खाली पेट खाने पर फायदा मिलता है। इसके अलावा लहसुन को छोटे टुकड़ों में कूटकर कैविटी वाले दांत पर रखा भी जा सकता है।
अंडे का छिलका: अगर आप अंडा खाते हैं तो दांतों की कैविटी को दूर करने के लिए अंडे से तैयार इस नुस्खे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अंडे का छिलका धोकर सुखा लें। इस छिलके को पीसकर पाउडर बनाएं और इसमें बेकिंग सोडा डालें। इस तैयार मिश्रण को कुछ देर दांतों पर घिसकर धो लें।