- सीओ ने कुछ कमियां बताकर इंस्पेक्टर किठौर को वापस की
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अलफहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में गैर कानूनी तरीके से चल रहे मीट पैकेजिंग के काम को लेकर पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके परिवार के खिलाफ दाखिल चार्जशीट को सीओ कैंट ने कुछ कमियां बताकर वापस कर इंस्पेक्टर किठौर को वापस कर दिया है।
पुलिस ने साढ़े चार महीने में इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इंस्पेक्टर किठौर ने चार्जशीट सीओ किठौर आफिस में भेज दी थी। चार्जशीट में याकूब के परिवार के सदस्यों संजीदा बेगम, याकूब कुरैशी, इमरान कुरैशी और फिरोज कुरैशी के अलावा मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें वो दस मजदूर भी शामिल हैं जो छापे के दौरान पकड़े गए थे।
सीओ कैंट रुपाली राय ने चार्जशीट का अवलोकन करने के बाद कुछ कमियां बताते हुए इंस्पेक्टर किठौर को वापस कर दिया है। इस मुकदमे में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान और फिरोज समेत 17 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। पुलिस का कहना है कि याकूब कुरैशी के घर पर कुर्की वारंट चस्पा किया गया था, जिसमें कोर्ट ने आदेश दिया था कि याकूब परिवार के साथ कोर्ट में पेश हो जाएं, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया था।
थाना खरखौदा क्षेत्र में अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में मीट प्लांट अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। इसी में प्लांट में जब पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापा मारा था तो फैक्ट्री में करोड़ों का मीट बरामद हुआ था। इस मीट की जब जांच कराई गई थी तो इसमें फंगस लगा हुआ मिला था। गैरकानूनी ढंग से पैक करके इसको विदेशों में भेजा जा रहा था। याकूब उनके बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी जुबेदा समेत 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सूदखोरों से परेशान होकर आत्म हत्या का आरोप
मेरठ: सिविल लाइन थाना क्षेत्र पांडव नगर निवासी एक बुजुग ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने थाना पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग एसएसपी से की है। पांडव नगर जेजी कालोनी निवासी सागर अधाना और कालोनी के लोग मंगलवार को एसएसपी आॅफिस पहुंचे।
सागर ने बताया कि उसके पिता संजय अधाना ने मनीष और सहरवीर और उदयवीर ने एक लाख रुपये ब्याज पर लिया था। सूदखोरों ने एक लाख रुपया का बीस लाख रुपया कर दिया। सागर का आरोप है कि तीनों लोग आये दिन उनके घर आकर पिता को परेशान करते थे कि उन्हें रुपया दे दो। पिता ने खेती की जमीन बेचकर उनका रुपया भी लौटा दिया।
लेकिन आये दिन वे पिता को परेशान करते रहे। एक दिन उसके पिता संजय ने 19 जौलाई को इन सूदखोरों की वजह से आत्महत्या कर ली। इस मामले की रिपोर्ट भी थाना सिविल लाइन पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित परिवार ने एसएसपी से उपरोक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। एसएसपी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।