चार महीने से बंद पड़ी ओपीडी, क्षेत्र के मरीजों को भारी परेशानी
जनवाणी ब्यूरो |
अफजलगढ़: बिजनौर जिला अंतर्गत सीएचसी अफजलगढ़ में असुविधा का बोलबाला है। चार माह से ओपीडी बंद पड़ी थी। फिलहाल ओपीडी तो खोल दी गयी, लेकिन कोई चिकित्सक अस्पताल में तैनात नहीं है।
रेडियोलॉजिस्ट के सहारे ही सीएचसी का संचालन किया जा रहा है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र के रोगियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
गत मार्च से कोरोना संक्रमण के चलते शासन की ओर से सीएचसी अफजलगढ़ को आइसोलेशन सेंटर बनाया दिया गया था। जहां कोरोना मरीजों को भर्ती कराया जाना था, लेकिन यहां पर चार माह से देश-विदेश से लौटे प्रवासियों को रखकर क्वारंटीन किया जा रहा था।
ओपीडी बंद रहने से नगर व क्षेत्र के रोगियों को खासकर उन रोगियों को जो प्राइवेट स्तर पर अपना उपचार नहीं करा सकते हैं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्हें मजबूरन सात किमी दूर चलकर या तो पीएचसी या निजी चिकित्सक का सहारा लेना पड़ रहा है।
जुलाई माह से यहां सीएचसी में विदेशों से लौटे प्रवासियों को क्वारंटीन के तहत रखे जाने के बावजूद किसी भी चिकित्सक की तैनाती नहीं थी। पूरा सीएचसी फार्मासिस्ट के हवाले रही। उधर, सीएचसी पर तैनात डा. शील कुमार को करीब दो माह पहले नजीबाबाद अटैच कर दिया गया था।
इसके बाद सीएचसी पूरी तरह चिकित्सक विहीन हो गयी। इमरजेंसी के समय भी यहां चिकित्सक उपलब्ध नहीं हो पाता और मरीजों को अपनी जान तक गंवानी पड़ जाती है।
यहां राष्ट्रीय राजमार्ग होने के कारण आये दिन यहा सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दुर्घटनाग्रस्त लोगों को समय से उपचार नहीं मिल पाता और उनकी अपनी जान पर बन आती है।
सीएमओ डा. विजय कुमार यादव का कहना है कि शीघ्र ही समस्या का निस्तारण कराया जायेगा।