जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। बताया जा रहा है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी 2025 को मतदान होगा। वहीं 8 फरवरी 2025 को चुनाव के रिजल्ट आ जाएंगे। लेकिन एलान करने के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि,मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर यह मेरी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है।
दरअसल, राजीव कुमार ने कार्यकाल खत्म होने के संकेत दिए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार इसी साल फरवरी में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने ईवीएम से लेकर अतिरिक्त वोटों को लेकर चुनाव आयोगों पर लगे आरोपों का जवाब दिया।
कब संभाली थी मुख्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी?
15 मई को 2024 को राजीव कुमार ने 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी संभाली थी। वह एक सितंबर 2020 से बतौर निर्वाचन आयुक्त चुनाव आयोग से जुड़े थे। चुनाव आयुक्त के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान 2020 में बिहार की राज्य विधानसभाओं के लिए चुनाव हुए। मार्च में कोविड संक्रमण के बीच असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल में चुनाव हुए। वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव, लोकसभा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव कराए।
यहां पढ़ें राजीव कुमार के बारे में…
राजीव कुमार का जन्म 19 फरवरी, 1960 को हुआ था। वे 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं। उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में 36 साल तक काम किया। केंद्र के कई मंत्रालयों के अलावा उन्होंने अपने बिहार-झारखंड कैडर में भी लंबे समय तक सेवाएं दीं। राजीव कुमार बीएससी के साथ वकालत में एलएलबी, पीजीडीएम और लोक नीति से एमए भी किया है। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक, पर्यावरण-वन, मानव संसाधान, वित्त और बैंकिंग सेक्टर में भी काम किया है। वे फरवरी 2020 में ही केंद्रीय वित्त सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
कितने साल का होता है कार्यकाल?
राजीव कुमार को एक सितंबर 2020 को चुनाव आयोग में आयुक्त के तौर पर नियुक्ति मिली थी। नियमों के मुताबिक, चुनाव आयुक्त का कार्यकाल छह साल या 65 वर्ष की आयु (जो भी पहले हो) उस समय तक होता है। चूंकि, कुमार का जन्म फरवरी, 1960 को हुआ था, इसलिए उनका कार्यकाल 2025 तक है।