- नाली-सड़क बनाने को पालिका ने खड़े किए हाथ
- आईजीआरएस पर शिकायत में ईओ ने दिया जवाब
जनवाणी संवाददाता |
शामली: जर्जर सड़क, टूटी नालियां और नाली के गंदे पानी की निकासी को रोककर खाली प्लाट में छोड़ दिया गया। गंदगी, जलभराव और मच्छरों से बीमारियों के संकट से जूझते लोगों ने जब मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो नगर पालिका ने जवाब दिया कि बोर्ड बैठक में प्रस्ताव होने तक कुछ नहीं किया जा सकता।
एक तरफ से स्वास्थ्य विभाग और शासन प्रशासन संचारी रोगों से निबटने को पूरी तैयारी कर रही है लेकिन शामली नगर पालिका के वार्ड नंबर दो मोहल्ला पंसारियान मक्का मस्जिद के निकट की तकरीबन पांच हजार की आबादी इन दिनों संचारी रोगों की दहशत में है। मोहल्ले में सड़कें जर्जर हालात में है।
इक्का-दुक्का गली की कोई सड़क में खडंजा लगा तो वह भी जर्जर हो गया। नालियों के हालात बदतर है। जर्जर सड़कों और टूटी नालियों से गंदे पानी की निकासी को भी लोगों ने अतिक्रमण करते हुए रोक लिया। इतना ही गंदे पानी की निकासी एक खाली प्लाट में कर दी गई। आलम यह है कि उक्त प्लाट में गंदगी का अंबार लगा है। यह ऐसी एक जगह नहीं बल्कि पूरे बस्ती में कई स्थानों पर किया गया है।
सड़क व नालियां न होने के कारण खाली प्लाटों में गंदे पानी की निकासी की गई है। सफाई व्यवस्था का दंभ भरने वाली नगर पालिका यहां आकर धड़ाम हो जाती है। सफाई के नाम यहां कुछ नहीं है। लोग नालियों की सफाई स्वयं करते हैं। कूडा भी स्वयं ही इधर-उधर डालकर आते हैं।
बस्ती के एक जिम्मेदार व्यक्ति और बीएसएफ के जवान याकूब अली ने आइजीआरएस पर इस बाबत शिकायत की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी ने नगर पालिका से जवाब मांगा। तब नगर पालिका के ईओ ने जवाब दिया कि सड़क नाली का निर्माण बोर्ड बैठक में प्रस्ताव के बाद ही किया जाएगा।
याकूब अली ने गंदगी और मच्छरों से बहुत सी बीमारियां होने की भी आशंका जताई है लेकिन नगर पालिका वहां सफाई और फोगिंग भी नहीं करा पा रही है। रविवार को मोहल्ले के दर्जनों लोगों ने सफाई अभियान चलाते हुए नगर पालिका को चेताया। साथ ही जिलाधिकारी से मांग की है जल्द ही समस्या का समाधान कराया जाए। इस बाबत नगर पालिका परिषद के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक आदेश सैनी का कहना है कि नई बस्ती का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा।